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फ़ैक्ट चेक

वायरल पोस्ट का दावा, बजरंग दल ने यूपी में कृषि क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया

दावा है कि वीडियो क्लिप में प्रदर्शन करते दिख रहे लोग बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं जो उत्तर प्रदेश में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.

By - Anmol Alphonso | 19 Feb 2021 10:33 AM GMT

महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv Sena) द्वारा पेट्रोल-डीज़ल (Petrol-Diesel Price) की बढ़ती कीमतों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन की एक वीडियो क्लिप फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो क्लिप में प्रदर्शन करते दिख रहे लोग बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं जो उत्तर प्रदेश में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.

वायरल क्लिप में, भगवा झंडे के साथ प्रदर्शनकारियों का एक समूह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ नारे और बीजेपी सरकार को चोर कह रहा है. साथ ही पेट्रोल के दामों में कमी की मांग कर रहा है.

बूम ने पाया कि कि वायरल क्लिप महाराष्ट्र के हिंगोली में शिवसेना विधायक संतोष बांगर द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन से है. बांगर ने पुष्टि की वीडियो क्लिप में ईंधन की कीमतों के मुद्दे पर मोदी सरकार के ख़िलाफ़ नारे लगाने वाले वो ख़ुद हैं.

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उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता सुरेंद्र राजपूत ने 31 सेकंड की क्लिप को कैप्शन के साथ ट्वीट किया, "अब भाजपा का बजरंग दल भी किसानों के साथ."

ट्वीट यहां देखें और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.

ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. 

वायरल क्लिप फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ शेयर की गई है.

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फ़ैक्ट चेक 

बूम ने पाया कि वायरल क्लिप महाराष्ट्र के हिंगोली में शिवसेना विधायक संतोष बांगर द्वारा आयोजित पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में वृद्धि के ख़िलाफ़ प्रदर्शन की है, ना कि उत्तर प्रदेश में बजरंग दल आयोजित कृषि क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन से, जैसा कि दावा किया गया है.

वायरल क्लिप में लगाये जा रहे नारों को सुनने के बाद, हमने पाया कि वे मराठी में बात कर रहे थे. इससे इस बात के संकेत मिले कि वीडियो क्लिप महाराष्ट्र से संबंधित है. हमने क्लिप के 21 सेकंड में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और बाल ठाकरे का एक पोस्टर देखा.

इसके अलावा प्रदर्शनकारी पेट्रोल के दामों में हुई वृद्धि पर नारे लगा रहे थे, कृषि विरोधी बिल पर नारे नहीं लगा रहे थे.

हमने कुछ कीवर्ड की मदद से खोज की और वीडियो के कीफ़्रेम को रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो पाया कि इसी वीडियो क्लिप को यूट्यूब पर कई चैनलों द्वारा अपलोड किया गया था, जिसमें कहा गया था कि हिंगोली में शिवसेना विधायक संतोष बांगर द्वारा ईंधन की बढ़ती कीमतों के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया गया था.

सरपंच लाइव द्वारा 5 फ़रवरी, 2021 को अपलोड की गई इस रिपोर्ट में उसी क्लिप को देखा जा सकता है, जिसके कैप्शन में लिखा गया है, "मोदी सरकार चोर है / हिंगोली जिले में, शिवसेना विधायक संतोष बांगर सड़क पर"

Full View

बूम ने संतोष बांगर से संपर्क किया, जिसमें उन्होंने पुष्टि की कि वायरल क्लिप में वह स्वयं हैं जो नारे लगा रहा है और यह ईंधन की बढ़ती कीमतों के ख़िलाफ़ शिवसेना द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन था.

"हमने (शिवसेना) 5 फ़रवरी, 2021 को मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के ख़िलाफ़ एक विरोध प्रदर्शन किया था. इस क्लिप में कहा गया है" वाह रे मोदी तेरा खेल, सस्ती दारु महंगा तेल" बांगर ने बूम को बताया.

बूम पहले भी किसान आंदोलन के बारे में फ़र्ज़ी ख़बरों का खंडन कर चुका है, जिसमें प्रदर्शनकारी किसानों से जोड़कर फ़र्ज़ी जानकारियां, पुरानी और असंबंधित तस्वीरों और वीडियो शेयर करके उन्हें निशाना बनाया गया था.

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