यह तस्वीर जर्मनी में भारतीय किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली नहीं दिखाती
यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि दिल्ली सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए जर्मनी में ट्रैक्टर रैली आयोजित की गई है.
सड़क पर कतार में खड़े ट्रैक्टरों को दिखाती एक तस्वीर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल हो रही है. सोशल मीडिया पर शेयर करते हुएयूज़र्स दावा कर रहे हैं कि दिल्ली सीमा पर तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए जर्मनी में एक ट्रैक्टर रैली आयोजित की गई है.
हालांकि, यह दावा फ़ेक है. वायरल तस्वीर 2019 की है, जब हजारों की तादाद में जर्मनी के किसानों ने बर्लिन में जर्मन और यूरोपीय कृषि नीति के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया था.
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तस्वीर बीते नवंबर से दिल्ली की बाहरी सीमा पर तीन कृषि क़ानून के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में वायरल है.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "भारतीय किसानों के समर्थन में जर्मनी के बर्लिन शहर की सड़कों पर किसान ट्रैक्टर रैली । ना रोने वाली गैस की गोली, ना पानी की टंकी । यही लोकतंत्र है ।"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
फ़ेसबुक पर समान दावे के साथ वायरल तस्वीर बड़ी संख्या में शेयर की जा रही है.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल तस्वीर के साथ किये जा रहे दावे की सत्यता जांचने के लिए तस्वीर को रिवर्स इमेज पर सर्च किया. इस दौरान हमें इस तस्वीर के साथ कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली.
ट्रिब्यून क्रॉनिकल की 26 नवंबर की रिपोर्ट के मुताबिक़, देश के कोने-कोने से हजारों किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ बर्लिन पहुंचे. राजधानी के लैंडमार्क ब्रांडेनबर्ग गेट पर एकत्रित हुए और जर्मन सरकार की कृषि नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया.
इस रिपोर्ट में उसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, जो वायरल है. तस्वीर का क्रेडिट एसोसिएट प्रेस (एपी)/ माइकल सोह्न को दिया गया है.
इससे हिंट लेते हुए हम एसोसिएट प्रेस के आर्काइव पेज पर गए, जहां हमें यही तस्वीर मिली. इस तस्वीर को फ़ोटोजर्नलिस्ट माइकल सोह्न ने 26 नवंबर को खींचा था.
इसके अलावा हमें कई रिपोर्ट मिली, जिसमें बर्लिन में हुए किसानों की इस ट्रैक्टर रैली से जुड़ी ख़बर के साथ विभिन्न तस्वीरें प्रकाशित की गई हैं. द लोकल और गल्फाइनेंस वेबसाइट ने 26 नवंबर 2019 के प्रदर्शन से जुड़ी कई तस्वीरें प्रकाशित की हैं, जिनमें वायरल तस्वीर भी शामिल है.
डेली मेल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि क़रीब 10 हजार किसान ट्रैक्टर रैली में शामिल हुए. वेबसाइट ने प्रदर्शन में शामिल ट्रैक्टरों की कतार दिखाती एक तस्वीर भी प्रकाशित की, जिसके कैप्शन में लिखा है, "एक हवाई दृश्य सड़क पर खड़े ट्रैक्टरों की कतारों को दिखाता है क्योंकि हजारों जर्मन किसान सरकार द्वारा प्रस्तावित पर्यावरण प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं."
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