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धार्मिक आयोजन में जुटी भीड़ का वीडियो पंजाब में EVM के खिलाफ प्रदर्शन से जोड़कर वायरल

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो हिमाचल प्रदेश के गवास में इसी साल जनवरी में आयोजित शांत महायज्ञ में जुटी भीड़ का वीडियो है.

By - Jagriti Trisha | 12 April 2024 11:03 AM GMT

सोशल मीडिया पर मैदान में भारी संख्या में भीड़ का एक वीडियो वायरल है. वायरल वीडियो में भीड़ के हाथों में तलवारें भी देखी जा सकती हैं. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह पंजाब में ईवीएम के खिलाफ प्रदर्शन का वीडियो है. 

बूम अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है. यह ईवीएम के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन का नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश के गवास में इसी साल जनवरी में आयोजित 'शांत महायज्ञ' में जुटी भीड़ का वीडियो है.

गौरतलब है कि जैसे-जैसे लोकसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ईवीएम को लेकर बहस फिर चर्चा में है. विपक्ष भी चुनावों में इसके इस्तेमाल को लेकर सवाल उठाता रहा है. इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ईवीएम के वोटों और VVPAT की पर्चियों को क्रॉस वेरिफाइ करने की याचिकाओं पर 16 अप्रैल को सुनवाई करेगा. आपको बताते चलें कि देश भर में 19 अप्रैल से देशभर में लोकसभा के चुनाव होने हैं, जिसके नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. 

इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने धार्मिक आयोजन में जुटी इस भीड़ के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'पंजाब में जलियांवाला बाग के पास अंदर में EVM के खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन शुरू हो गया ईवीएम हटाओ देश बचाओ.'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

एक्स पर भी लगभग इसी मिलते-जुलते दावे के साथ एक यूजर ने लिखा, 'पंजाब में ईवीएम के खिलाफ प्रदर्शन #EVM_हटाओ_देश_बचाओ.'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

यह भी पढ़ें -2019 चुनाव में वाराणसी सीट पर EVM में 1 लाख वोट ज्यादा दिखाने का गलत दावा वायरल 


फैक्ट चेक

बूम ने वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए हमें फेसबुक पर यह वीडियो मिला. वीडियो के कैप्शन में बताया गया था कि यह हिमाचल प्रदेश के रोहड़ू स्थित गुडारू देवता के मंदिर में जमा भीड़ का वीडियो है.


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

यहां से हिंट लेते हुए हमने यूट्यूब पर इससे संबंधित कुछ कीवर्ड्स सर्च किए. वहां हमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते विजुअल्स के साथ कई वीडियोज मिले, जिसमें इसे हिमाचल के गवास में हुए 'शांत महायज्ञ' का बताया गया था.



इस दौरान हमें 'SSB Production' और 'Viru samra' नाम के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो से मिलते जुलते-विजुअल्स के साथ दो वीडियो मिले. 12 जनवरी 2024 के अपलोड किए गए एक वीडियो में बताया गया कि यह 38 साल बाद गवास गांव में आयोजित 'शांत महायज्ञ' का वीडियो है. 

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इसके अलावा, हमें देवता गुडारू डिसवाणी के फेसबुक पेज पर भी एक वीडियो मिला. हमने इसके स्क्रीनशॉट की तुलना वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट की और पाया कि दोनों एक ही आयोजन के वीडियो हैं.

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पोस्ट का आर्काइव लिंक.

दोनों वीडियोज के स्क्रीनशॉट की तुलना नीचे देखें.



आगे हमने पंजाब में हुए ईवीएम के खिलाफ आंदोलन के बारे में भी सर्च किया लेकिन हमें वीडियो से जुड़ी ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें इसे पंजाब के प्रदर्शन का बताया गया हो. 

इस सभी तथ्यों से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. यह ईवीएम के खिलाफ पंजाब में हो रहे प्रदर्शन का नहीं बल्कि हिमाचल के एक धार्मिक आयोजन का वीडियो है. 

9 जनवरी 2024 की अमर उजाला की रिपोर्ट में बताया गया था कि रोहड़ू के गवास में गुडारू महाराज के लिए तीन दिवसीय 'शांत महायज्ञ' का आयोजन किया गया था. 



आपको बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश स्थित रोहड़ू के गवास गांव में देवता महाराज गुडारू का तीन दिवसीय 'शांत महायज्ञ' 7 जनवरी से आरंभ हुआ था. पंजाब केसरी के मुताबिक, इस आयोजन में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शामिल हुए थे.  

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