
एक शख्स को हिरासत में ले जाती पुलिस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसके साथ पहलगाम हमले से जोड़कर दावा किया जा रहा है कि आतंकवादियों का साथ देने के कारण कश्मीर पुलिस स्थानीय नेताओं को अरेस्ट कर रही है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो नवंबर 2024 का जम्मू स्थित कटरा का है जहां प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट के विरोध में प्रदर्शन कर रहे स्थानीय नेताओं और मजदूर यूनियन के नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया था. इसका पहलगाम में हुए आतंकी हमले से कोई लेना-देना नहीं है.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई जिसे लेकर पूरे देश में आक्रोश है. वहीं हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कुछ कड़े एक्शन लिए जिसमें 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करने से लेकर अटारी-वाघा चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश शामिल है.
फेसबुक पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘ये कश्मीर के स्थानीय नेता हैं, जिन्हें आतंकवादियों का साथ देने के लिए पकड़ कर ले जाया जा रहा है.’

एक्स पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है.
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो में Jammu Links News का एक वाटरमार्क है. बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया. हमें Jammu Links News नाम के यूट्यूब चैनल पर 27 नवंबर 2024 को शेयर किया गया यह वीडियो मिला.
वीडियो के विवरण में बताया गया कि जम्मू क्षेत्र के कटरा में श्रमिक यूनियन के दो नेताओं को गिरफ्तार किया गया. स्थानीय व्यापारी कटरा से वैष्णो देवी मंदिर तक प्रस्तावित रोपवे लाइन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, इसी दौरान व्यापारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई थी.
संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें इस घटना से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, कटरा में श्री माता वैष्णो देवी भवन तक प्रस्तावित रोपवे परियोजना के तहत ताराकोट मार्ग और सांझी छत के बीच लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से एक रोपवे बनाया जाना है. इसी रोपवे परियोजना के विरोध में स्थानीय व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया था, जो हिंसक हो गया था.
इसके बाद पुलिस ने हिंसा के संबंध में दो एफआईआर दर्ज कर कम से कम चार लोगों को हिरासत में लिया. रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के हवाले से बताया गया कि हिरासत में लिए गए लोगों में मजदूर यूनियन कटरा के नेता भूपिंदर सिंह जम्वाल और सोहन चंद भी शामिल हैं. भूपिंदर सिंह ने हाल ही में वैष्णो देवी सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था और वह पोनी व पालकी सेवा संचालकों के संगठन के नेता भी हैं.
Greater Kashmir की रिपोर्ट में बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया था. कुछ दुकानदारों को पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करते भी देखा गया था, जिसके बाद पुलिस ने पूरे कस्बे में छापेमारी कर भूपिंदर सिंह और सोहन चंद को गिरफ्तार किया था.
रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि इन नेताओं ने कटरा में चार दिन तक प्रस्तावित रोपवे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. इसी दौरान पथराव और कानून-व्यवस्था से जुड़ी समस्याएं भी सामने आई थीं. Rising Kashmir और दैनिक जागरण पर भी इस घटना की न्यूज रिपोर्ट देखी जा सकती हैं.