उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP TET) रद्द होने के बाद से सोशल मीडिया पर एक तस्वीर ख़ूब वायरल है. तस्वीर में देखा जा सकता है कि बड़ी तादाद में युवा बिना चादर-कंबल के सर्द रात में सो रहे हैं. इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया गया कि यह तस्वीर सर्दियों में रात बिताकर परीक्षा देने पहुंचे यूपी टीईटी के अभ्यर्थियों को दिखाती है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा ग़लत है.
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उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021, यूपीटीईटी परीक्षा 28 नवंबर 2021 को दो पालियों में होनी थी. इस बीच परीक्षा पेपर लीक के चलते रद्द कर दी गई है. यह परीक्षा अब अगले महीने आयोजित की जाएगी. पेपर लीक की खबर सामने आने के बाद एसटीएफ़ ने प्रदेश भर में छापेमारी की. जिसके बाद प्रयागराज, मेरठ और गाजियाबाद में कई लोग दबोचे गए. इस मामले में प्रयागराज, मेरठ और गाजियाबाद में कई लोगों की गिरफ़्तारी हुई है.
फ़ेसबुक पर वायरल तस्वीर के साथ शेयर किये गए एक पोस्ट में दावा किया गया कि "रात भर खुले आसमान के नीचे सर्दियों में रात बिताकर परीक्षा देने पहुंचे बच्चे तो पता चला #UPTET का पेपर लीक हो गया और सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी लेकिन इसमें इनका क्या कसूर"
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फ़ेसबुक पर वायरल
वायरल तस्वीर ट्विटर पर भी ख़ूब शेयर की गई है
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर के साथ किया गया दावा फ़र्ज़ी है. हमने पाया कि वायरल तस्वीर उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP TET) के अभ्यर्थियों की नहीं बल्कि राजस्थान से अपनी 22 सूत्रीय मांगों को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से मुलाक़ात करने लखनऊ पहुंचे बेरोज़गार युवाओं की है.
हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज पर चलाया तो दैनिक भास्कर के नेशनल संपादक एलपी पंत द्वारा 28 नवंबर 2021 को किया गया एक ट्वीट में मिला. ट्वीट में उन्होंने लिखा कि "जयपुर से लखनऊ पहुंचे राजस्थान के बेरोज़गारों की यह तस्वीर बहुत उदास करती है। सोचता हूँ यह तस्वीर दिखा दूँ उन सबको."
इससे हिंट लेते हुए हमने मीडिया रिपोर्ट्स खंगाली तो दैनिक भास्कर पर ही 28 नवंबर 2021 की रिपोर्ट मिली.
'खुले में रात गुज़ारने से युवा हो गए बीमार' शीर्षक के साथ प्रकाशित रिपोर्ट में खुले आसमान के नीचे सोते युवाओं को दिखाता वीडियो अपलोड किया गया है. वीडियो में हूबहू वही दृश्य देखा जा सकता है जैसा कि वायरल तस्वीर में है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रियंका गांधी से शिकायत करने पहुंचे राजस्थान के बेरोजगारों को शनिवार रात खुले आसमान के नीचे गुजारनी पड़ी. राजस्थान के बेरोज़गार अपनी मांगों को लेकर पिछले 46 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. चूंकि, राजस्थान में उन बेरोजगार युवाओं की सुनवाई नहीं हुई. इसलिए वो प्रियंका गांधी से अपनी शिकायत करने के लिए लखनऊ पहुंचे हैं. अन्य रिपोर्ट के लिए यहां क्लिक करें
जांच के दौरान हमें राजस्थान बेरोज़गार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव का एक ट्वीट मिला, जिसमें हूबहू वही तस्वीर देखी जा सकती है जोकि वायरल है.
उपेन यादव ने 28 नवंबर 2021 को ट्वीट करते हुए तस्वीरों का एक सेट शेयर किया. साथ ही खुले आसमान में बिना चादर-कंबल के सोते बेरोज़गारों को दिखाता एक वीडियो भी शेयर किया. उन्होंने ट्वीट में लिखा "उत्तर प्रदेश लखनऊ में संघर्ष जारी है. कई युवा साथी बीमार हो गए हैं."
इसके बाद हमने उपेन यादव से संपर्क किया. उपेन यादव ने बूम से बात करते हुए बताया कि "हम 27 नवंबर को अपनी मांगों को लेकर लखनऊ के कांग्रेस पीसीसी कार्यालय पहुंचे थे जहां हमें कहा गया कि बिना पुलिस प्रशासन की अनुमति के हम यहां नहीं बैठ सकते. हमें इको गार्डन में बैठना होगा. हमें कहा गया था कि हम पांच नाम दे दें उसके बाद प्रियंका जी से वार्ता करा दी जाएगी. हम 27 नवंबर की शाम लखनऊ के इको गार्डन रुके थे. हमारे पास कंबल वगैरा नहीं थे."
उपेन यादव ने वायरल तस्वीर के साथ किये गए दावे को ख़ारिज करते हुए स्पष्ट तौर पर कहा जो तस्वीर वायरल है वो 27 नवंबर की शाम की ही है और लखनऊ के इको गार्डन की है.
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इसके अलावा, यूपी पुलिस फ़ैक्ट चेक के एक ट्वीट में भी वायरल तस्वीर के साथ किये गए दावे को ख़ारिज किया गया है. यूपी पुलिस फ़ैक्ट चेक ने ट्वीट में स्पष्ट किया कि वायरल फ़ोटो UPTET के अभ्यर्थियों की नहीं है अपितु राजस्थान के युवकों की है.