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फैक्ट चेक

मथुरा सूटकेस मर्डर मामले से जोड़कर वायरल हो रहा सांप्रदायिक दावा फ़र्ज़ी है

मथुरा के सिटी एसपी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बूम के साथ बातचीत में वायरल दावों का खंडन करते हुए कहा कि पीड़िता के माता पिता ही उसकी हत्या में शामिल थे.

By -  Runjay Kumar |

22 Nov 2022 10:32 AM GMT

लाल रंग के एक ट्राली बैग और उसमें मौजूद एक लड़की की लाश वाली तीन तस्वीरों के कोलाज को सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर किया जा रहा है. सूटकेस में मिली इस लाश वाली तस्वीर को पिछले दिनों दिल्ली के मेहरौली में हुए श्रद्धा हत्याकांड से जोड़कर मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधते हुए शेयर किया जा रहा है. बता दें कि श्रद्धा की हत्या उसके प्रेमी आफ़ताब पूनावाला ने कर दी थी. आफ़ताब ने हत्या के बाद पीड़िता के शरीर के कई टुकड़े कर ठिकाने लगा दिया.

शेयर की जा रही तस्वीरों के कोलाज में विचलित करने वाले दृश्य शामिल हैं, इसलिए हम अपने रिपोर्ट में कहीं भी उन्हें संलग्न नहीं कर रहे हैं.

श्रद्धा हत्याकांड से जोड़कर वायरल हुआ रवीश कुमार का यह फ़ेसबुक पोस्ट एडिटेड है

तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में यह दावा किया जा रहा है कि "जैसे मेहरौली हत्याकांड में मुस्लिम समुदाय से संबंध रखने वाले प्रेमी ने अपनी हिंदू प्रेमिका की हत्या कर दी, उसी तरह मथुरा में मिली इसी युवती की हत्या भी समुदाय विशेष के युवक द्वारा की गई है. हालांकि कैप्शन में कहीं भी मुस्लिम शब्द का सीधे जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन आफ़ताब और अब्दुल जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है".

उत्तरप्रदेश के सैयदराजा विधानसभा से भाजपा विधायक सुशील सिंह ने अपने आधिकारिक फ़ेसबुक अकाउंट से इन तस्वीरों के कोलाज को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया है, जिसमे लिखा हुआ है "पुलिस कितने आफताब पकड़ेगी हर जिले से,हर दिन #आफताब निकल रहा। रोज कभी सूटकेस तो कभी फ्रीज से बहनों का शव निकल रहा। अरे जाग जाओ अब बहुत हुआ, तुम्हें मिटाने के लिए हर गली में #अब्दुल घूम रहा।"

फ़ैक्ट चेक

बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले रिवर्स इमेज सर्च का सहारा लिया तो हमें आजतक पर 21 नवंबर 2022 को प्रकाशित न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें सूटकेस वाली तस्वीर मौजूद थी. इसके अलावा कई और हिंदी न्यूज़ वेबसाइट पर भी हमें सूटकेस वाली यह तस्वीर मिली.

आजतक की रिपोर्ट के अनुसार 18 नवंबर की सुबह को पुलिस को लाल रंग के ट्राली बैग में एक युवती का शव मिलने की सूचना मिली थी. पुलिस ने अपनी जांच के दौरान युवती की पहचान दिल्ली के बदरपुर इलाके की रहने वाली आयुषी पुत्री नितेश यादव के रूप में की थी.

रिपोर्ट के अनुसार पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ में नितेश यादव ने ही अपनी बेटी की हत्या करने की बात कबूली थी. उसने गुस्से में आकर अपनी बेटी की गोली मार कर हत्या कर दी थी और उसके लाश को मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे ज़ाकर फ़ेंक दिया था.

इसके बाद हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते इस घटना से जुड़े पहलुओं का पता लगाने की कोशिश की, तो हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर 22 नवंबर 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में पुलिस का बयान भी शामिल था.

अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार बदरपुर की रहने वाली आयुषी ने करीब एक वर्ष पूर्व छत्रपाल गुर्जर नाम के अपने प्रेमी से शादी कर ली थी, जिसको लेकर घर में अक्सर विवाद होता था. बीते दिनों भी इसी बात पर आयुषी का अपनी मां ब्रजबाला से झगड़ा हुआ. झगड़े के बाद मां ने इसकी सूचना उसके पिता को दी. घर आकर पिता ने पहले तो अपनी बेटी को समझाने की कोशिश की. तभी गुस्से में आकर उसके पिता नितेश यादव ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से 17 नवंबर की दोपहर को आयुषी की गोली मारकर हत्या कर दी.

हत्या के बाद आयुषी के माता पिता ने उसके शव को एक ट्राली बैग में बंद कर उसे मथुरा के कृषि अनुसंधान केंद्र राया के पास जाकर फेंक दिया और वापस दिल्ली की तरफ़ लौट गए. मथुरा पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों की मदद से इस हत्याकांड का पर्दाफ़ाश कर पहले तो लाश की शिनाख्त करवाई और बाद में आरोपी तक भी पहुंचे.

हमारी अभी तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया कि इस मामले में कोई भी ऐसा एंगल नहीं है, जैसा दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है. लेकिन हमने अपनी जांच को और पुख्ता करने के लिए मथुरा के सिटी एसपी मार्तंड प्रकाश सिंह से भी संपर्क किया, तो उन्होंने भी वायरल दावे का खंडन किया. साथ ही उन्होंने हमें घटना के संबंध में वही सब जानकारियां दी, जो ऊपर अमर उजाला की रिपोर्ट में मौजूद है.

पिछले हफ़्ते वायरल रहीं पांच फ़र्ज़ी ख़बरों का फ़ैक्ट चेक

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