महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल है कि उन्होंने मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब को अपना भाई बताया और कहा कि औरंगजेब ने भारत के लिए अपनी जान क़ुर्बान कर दी.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो को क्रॉप्ड किया गया है. मूल वीडियो में, उद्धव ठाकरे औरंगज़ेब नाम के एक भारतीय सेना के जवान का ज़िक्र कर रहे थे, जिसे 2018 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने मार डाला था.
वायरल वीडियो में उद्धव ठाकरे को कहते हुए सुना जा सकता है, “अभी मैं अगर कहूं कि हां वो मेरा भाई था तो आप बोलेंगे कि आपको नाम पता है क्या है? उसका नाम था औरंगजेब. होगा न मज़हब से मुसलमान होगा, लेकिन उसने अपने देश के लिए क़ुर्बानी दी. भारत माता जिसको.. भारत माता की जय.. कहते हैं उसके लिए उसने अपनी जान तक दे दी. वो आपका भाई नहीं था?”
भारतीय जनता पार्टी के नेता नीतीश राणे ने ट्विटर पर वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए लिखा, “सबसे बड़ा देशद्रोही!!!”
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
एक फ़ेसबुक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, “औरंगजेब मेरा भाई है ~ उद्धव ठाकरे. राजनीतिक में लोग कहां तक गिर जाते हैं .बाला साहेब की आत्मा भी रो रही होगी...”
पोस्ट यहां देखें.
इस वीडियो क्लिप को फ़ेसबुक पर बड़ी संख्या में शेयर किया जा रहा है.
'सत्याग्रह' का मतलब बताते राहुल गाँधी का यह वीडियो क्लिप्ड है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च और संबंधित कीवर्ड की मदद से वायरल वीडियो क्लिप के फ़ुल वर्ज़न को खोजा. इस दौरान उद्धव ठाकरे के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर हमें वीडियो का फ़ुल वर्ज़न लाइव स्ट्रीम के रूप में मिला.
19 फ़रवरी, 2023 को अपलोड किए गए वीडियो में, उद्धव ठाकरे सहित कई नेता उत्तर भारतीय समाज के साथ एक चर्चा सत्र में भाग ले रहे थे.
इसमें 32 मिनट 10 सेकंड की समयावधि पर उद्धव ठाकरे एक घटना का ज़िक्र करते हुए हुए कहते हैं, “पिछले 3-4 साल की बात है. आप भूल गए होंगे या शायद अपने पढ़ा भी नहीं होगा. कश्मीर में एक अपना फ़ौजी था. वो छुट्टी लेकर परिवार को मिलने घर जा रहा था. जब आतंकवादियों को पता चला कि यह छुट्टी लेकर अकेला घर जा रहा है. बीच में उसको किडनैप किया गया और उसे बेरहमी से मार डाला. बाद में उसके शरीर के बिखरे हुए हिस्से कहीं मिले. वह अपना था या नहीं जिसने देश के लिए क़ुर्बानी दी है.”
इसके आगे ठाकरे कहते हैं, ““अभी मैं अगर कहूं कि हां वो मेरा भाई था तो आप बोलेंगे कि आपको नाम पता है क्या है? उसका नाम था औरंगजेब. होगा न मज़हब से मुसलमान होगा, लेकिन उसने अपने देश के लिए क़ुर्बानी दी. भारत माता जिसको.. भारत माता की जय.. कहते हैं उसके लिए उसने अपनी जान तक दे दी. वो आपका भाई नहीं था?”
हमारी अब तक की जांच से स्पष्ट हो जाता है कि शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे भारतीय सेना के शहीद जवान औरंगज़ेब का ज़िक्र करते हुए उन्हें अपना भाई और देश के लिए बलिदान देने वाला बता रहा थे, नाकि मुग़ल बादशाह औरंगजेब को.
14 अगस्त 2018 को प्रकाशित आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगज़ेब को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने अगवा करके हत्या कर दी थी. उनका शव पुलवामा ज़िले के गुस्सू इलाक़े में मिला था.
शहीद जवान औरंगज़ेब 15 जून को ईद मनाने के लिए घर जा रहे थे. तभी कालम्पोरा गांव के पास आतंकवादियों ने उन्हें अगवा कर लिया था. उनका गोलियों से छलनी शव कालम्पोरा से 10 किलोमीटर दूर गुस्सू में मिला था.
औरंगज़ेब जम्मू-कश्मीर के पुंछ के रहने वाले थे और 4-जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंटरी के शादीमार्ग (शोपियां) स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे.
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बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब राष्ट्रीय राइफल्स के शहीद औरंगज़ेब पर बात करते हुए उद्धव ठाकरे के वीडियो को क्रॉप कर दुर्भावनापूर्ण तरीक़े से शेयर किया गया है. बूम ने इससे पहले भी इसी तरह के ग़लत दावे का फ़ैक्ट चेक किया था जब उद्धव ठाकरे ने साल 2022 में राइफलमैन औरंगज़ेब की हत्या की घटना का ज़िक्र किया था. यहां पढ़ें