सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल नेता ममता बनर्जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि उन्होंने सनातन का अपमान करते हुए उसे गंदा धर्म कह दिया.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वीडियो क्रॉप्ड है, मूलतः वीडियो में ममता बीजेपी की धर्म की राजनीति की आलोचना करते हुए कहती हैं कि वह रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद का धर्म मानती हैं. उसके बाद वह बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहती हैं कि वह जुमला पार्टी द्वारा बनाये गए गंदे धर्म को नहीं मानतीं.
वीडियो का लंबा वर्जन देखने पर स्पष्ट होता है कि वह सनातन धर्म की बात नहीं कर रही हैं. इसे बीजेपी नेताओं और दक्षिणपंथी यूजर्स द्वारा गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.
फेसबुक पर बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने इस आधे-अधूरे वीडियो को शेयर करते हुए आपत्तिजनक कैप्शन दिया और लिखा, 'ममता बनर्जी के अनुसार सनातन धर्म एक गंदा धर्म है? वोटों की खातिर कितनी और गिरेगी ये घटिया औरत?'
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एक्स पर पश्चिम बंगाल बीजेपी और बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी वीडियो को इसी दावे से शेयर किया है.
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फैक्ट चेक: वीडियो के साथ किया जा रहा है गलत दावा
ममता बनर्जी के बयान से संबंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर 1 अप्रैल 2025 का शेयर किया गया इस भाषण का एक वीडियो मिला.
इस वीडियो की शुरुआत में वह कहती हैं, "आर्मी में जो काम करते हैं उनकी एक ही पहचान होती है- फिर वो चाहे हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या ईसाई हो. देखो रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद ने क्या बोला है? मैं रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद के धर्म को मानती हूं. लेकिन मैं जानबूझकर एक गंदा धर्म जो इस जुमला पार्टी ने बनाया है, उसको नहीं मानती हूं. ये तो हिंदू धर्म के भी खिलाफ है. "
इसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि ममता कहीं भी सनातन को गंदा धर्म कहती नजर नहीं आ रहीं.
ममता बनर्जी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर हमें इस भाषण का लगभग 11 मिनट का एक लाइव वीडियो भी मिला. इसके कैप्शन के मुताबिक यह भाषण 31 मार्च का है. ईद के मौके पर ममता उस दिन कोलकाता के रेड रोड पहुंची थीं.
वीडियो में देखा जा सकता है सबसे पहले ममता बनर्जी लोगों ईद की शुभकानाएं देती हैं उसके बाद वह भारतीय जनता पार्टी और वाम दलों की जमकर आलोचना करती हैं. इसी क्रम में वह बीजेपी को जुमला पार्टी करार देते हुए कहती हैं कि वह उनके द्वारा जानबूझकर बनाए गए ‘गंदे धर्म’ को नहीं मानतीं.
ममता बनर्जी जुमला पार्टी वाले बयान के बाद कहती हैं, "..हर हिंदू आपके खिलाफ नहीं हैं, हर क्रिश्चियन आपके खिलाफ नहीं हैं. कुछ-कुछ पॉलिटिकल लीडर हैं जो इसमें सौदागारी करते हैं." इस दौरान ममता बीजेपी पर दंगे भड़काने का भी आरोप लगाती हैं.
बीते 31 मार्च को देशभर में ईद का त्यौहार बड़े धूम-धाम से मनाया गया. लाइव हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता स्थित रेड रोड की नमाज में शामिल हुईं. इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव और सौहार्द पर बात रखी और बीजेपी तथा अन्य दलों की धर्म की राजनीति की जमकर आलोचना की.
इसी कड़ी में उन्होंने बीजेपी को जुमला पार्टी और उसके द्वारा बनाए गए धर्म को 'गंदा' करार दिया. इसके बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया. पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और विधायक सुवेंदु अधिकारी समेत तमाम बीजेपी नेताओं ने ममता के इस बयान को विवादित और सनातन धर्म का अपमान बताया. हालांकि हमने अपनी पड़ताल के दौरान पाया कि ममता ये बयान सनातन धर्म के लिए नहीं दे रही थीं.