पिछले सप्ताह कई पुरानी व असंबंधित तस्वीरें, वीडियो और पोस्ट फ़र्ज़ी दावों (fake news) के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुए. नेटीज़ेंस ने इन फ़र्ज़ी और भ्रामक दावे वाले वायरल पोस्ट्स (viral) पर विश्वास करते हुए सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म पर बड़े पैमाने पर शेयर किया. बूम ने जब इन वायरल पोस्ट की जांच की तो ये दावे फ़र्ज़ी निकले.
बूम की साप्ताहिक रिपोर्ट 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' में इस हफ़्ते जो फ़ेक न्यूज़ शामिल हैं उनमें अखिलेश यादव द्वारा अयोध्या का नाम बदलने का दावा करता न्यूज़ चैनल का स्क्रीनशॉट, वोट नहीं देने पर 350 रुपये कटने का दावा करता न्यूज़पेपर क्लिप, जावेद अख्तर की पीटीआई बताकर शेयर की गई एक एक्ट्रेस की तस्वीर, दिल्ली के सरकारी स्कूल में नमाज़ के दावे से वायरल एक वीडियो और यूपी टीईटी अभ्यर्थियों को खुले आसमान के नीचे सोते दिखाने के दावे से वायरल तस्वीर, शामिल हैं.
1. 'अयोध्या का नाम बदल देंगे अखिलेश' वायरल रिपब्लिक भारत चैनल का स्क्रीनशॉट
वायरल स्क्रीनशॉट के साथ किया गया दावा ग़लत है. अखिलेश यादव ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. रिपब्लिक भारत के प्रसारण का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
क्या अखिलेश यादव ने कहा है कि अगर सपा जीती तो अयोध्या का नाम बदल दिया जायेगा?
2. क्या वोट नहीं देने पर बैंक अकाउंट से कटेंगे 350 रुपये?
बूम ने पाया कि वायरल अख़बार क्लिपिंग में कोई सच्चाई नहीं है. यह महज़ एक व्यंग्य है जोकि हर साल होली के मौक़े पर नवभारत टाइम्स द्वारा प्रकाशित किया जाता है.
क्या वोट नहीं देने पर आपके अकाउंट से कटेंगे 350 रुपये? फ़ैक्ट चेक
3. गीतकार जावेद अख्तर की पोती बताकर शेयर की गई एक्ट्रेस की तस्वीर
वायरल तस्वीर में एक्ट्रेस व मॉडल उर्फ़ी जावेद हैं. इनका जावेद अख्तर के परिवार से कोई रिश्ता नहीं है. वायरल दावा फ़र्ज़ी है.
एक्ट्रेस उर्फ़ी जावेद की तस्वीर को जावेद अख्तर की पोती बताकर शेयर किया गया
4. दिल्ली के सरकारी स्कूल में नमाज़ के दावे से वायरल वीडियो
वायरल वीडियो असल में उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के एक सरकारी स्कूल का है. वीडियो के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा फ़र्ज़ी है.
दिल्ली के सरकारी स्कूल में नमाज़ के दावे से वायरल वीडियो का सच क्या है?
5. यूपी टीईटी अभ्यर्थियों को खुले आसमान के नीचे सोते दिखाने के दावे से वायरल तस्वीर
वायरल तस्वीर के साथ किया गया दावा फ़र्ज़ी है. तस्वीर यूपी टीईटी अभ्यर्थियों की नहीं बल्कि राजस्थान से अपनी 22 सूत्रीय मांगों को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से मुलाक़ात करने लखनऊ पहुंचे बेरोज़गार युवाओं की है.
UP TET अभ्यर्थियों को खुले आसमान के नीचे सोते दिखाने के दावे से वायरल तस्वीर का सच