बीते हफ़्ते सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, नेताओं के बयान, ट्वीट्स और मीडिया रिपोर्ट्स फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल रहे. नेटीज़ेंस न केवल इन दावों पर विश्वास करते नज़र आये बल्कि बड़ी तादाद में सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर शेयर भी करते नज़र आये. बूम ने इन वायरल पोस्ट्स को चेक किया और सच्चाई का पता लगाया.
बूम की साप्ताहिक स्पेशल सीरीज़ 'हफ़्ते की पांच फ़र्ज़ी ख़बरें' में जिन पांच फ़र्ज़ी दावों को शामिल किया है उनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ़ करने के दावे से वायरल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान, उत्तर प्रदेश के रामपुर में मस्जिद-मदरसों पर हिंदुस्तान और नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट, दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेटर वेन पार्नेल के हाल के दिनों में मुस्लिम धर्म अपनाने का दावा, रेलवे लाइन की ज़मीन पर बनी मज़ारों पर दिल्ली वक्फ़ बोर्ड का कथित ट्वीट और दलवीर भंडारी को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश चुने जाने के दावे से वायरल दावा.
1. क्या मोहन भागवत ने राहुल गांधी को भविष्य का नेता बताया?
बूम ने पाया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. वायरल दावा ग़लत है.
राहुल गांधी से जोड़कर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का फ़र्ज़ी बयान वायरल
2. यूपी के रामपुर में मस्जिद-मदरसों पर हिंदुस्तान और नवभारत टाइम्स की भ्रामक रिपोर्ट
बूम ने पाया कि रामपुर में बिजली विभाग ने सिर्फ़ मस्जिद-मदरसों को नहीं बल्कि उन सभी धार्मिक स्थलों जिसमें मंदिर भी शामिल है, को बिजली कनेक्शन लेने को कहा है जो बिना वैध कनेक्शन के संचालित हो रहे थे. जबकि हिंदुस्तान और नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि केवल मस्जिदों और मदरसों को नोटिस भेजा गया है.
रामपुर के मदरसों-मस्जिदों पर हिंदुस्तान, एनबीटी की ये रिपोर्ट भ्रामक है
3. दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेटर वेन पार्नेल के हाल के दिनों में मुस्लिम धर्म अपनाने का दावा
बूम ने पाया कि दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेटर वेन पर्नेल ने साल 2011 में इस्लाम कबूल किया था जबकि उनकी शादी 2016 में हुई थी.
दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेटर वेन पार्नेल साल 2011 में इस्लाम कबूल कर चुके हैं
4. रेलवे लाइन की ज़मीन पर बनी मज़ारों पर दिल्ली वक्फ़ बोर्ड का कथित ट्वीट
बूम ने पाया कि दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के नाम से वायरल ट्वीट का स्क्रीनशॉट फ़र्ज़ी है.
रेलवे के कब्ज़े पर दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड का कथित फ़र्ज़ी ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल
5. दलवीर भंडारी को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश चुने जाने के दावे से वायरल दावा
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा ग़लत है. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश जैसा कोई पद नहीं होता है.
दलवीर भंडारी को ICJ का मुख्य न्यायाधीश चुने जाने का फ़र्ज़ी दावा वायरल