सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. यूजर इसे हालिया घटना बताते हुए दावा कर रहे हैं कि वीडियो नेपाल की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हुए पुलिस लाठीचार्ज का है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो 3 जुलाई 2021 का है. तब प्रयागराज जिला पंचायत कार्यालय में अध्यक्ष पद के लिए चल रही मतदान प्रक्रिया में धांधली के आरोप को लेकर प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
बता दें कि नेपाल में हुए युवाओं के व्यापक प्रदर्शन और तख्तापलट के बाद पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बन गई हैं.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
करीब 25 सेकंड के इस वीडियो में पुलिस लाल टोपी पहने कुछ लोगों को लाठी-डंडे से मारती नजर आ रही है. एक्स (आर्काइव) और फेसबुक (आर्काइव) जैसे माध्यमों पर यूजर इसे नेपाल में हाल में हुए 'जेन जी' प्रोटेस्ट से जोड़ते हुए लिख रहे हैं, 'लाल टोपी वाले भारत को चले थे नेपाल बनाने, क्या हश्र हुआ खुद देख लीजिए.'
पड़ताल में क्या मिला:
वीडियो करीब चार साल पुराना है
वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें Mojo Story के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 4 जुलाई 2021 का अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जिसमें वायरल वीडियो वाला हिस्सा देखा जा सकता है.
इसके साथ दी गई जानकारी में बताया गया कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता प्रयागराज जिला अध्यक्ष चुनाव की मतगणना में अनियमितताओं के आरोप में प्रदर्शन कर रहे थे.
आगे संबंधित कीवर्ड की मदद से हमें इस घटना से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. नवभारत टाइम्स, ईटीवी भारत, एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक घटना 3 जुलाई 2021 की है.
पंचायत चुनाव में धांधली के आरोप में सपा ने किया था प्रदर्शन
असल में उस समय उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए मतदान हो रहा था. इसी दौरान प्रयागराज में समाजवादी पार्टी ने मौजूदा बीजेपी सरकार पर डिवाइस की मदद से गलत वोटिंग कराने का आरोप लगाया और इसके विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने शहर के आनंद हॉस्पिटल चौराहे के पास धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया.
बीजेपी उम्मीदवार के जीतने के बाद जब पुलिस कार्यकर्ताओं को बैरिकेडिंग के बाहर हटाने लगी तो पुलिस और उनके बीच झड़प हो गई. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. सपा कार्यकर्ताओं ने मतदान में धांधली का आरोप लगाते हुए तब दोबारा मतदान कराने की भी मांग उठाई थी.
सपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि वे शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने उनके साथ मारपीट की. साल 2021 में समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक फेसबुक और एक्स अकाउंट पर भी इस वीडियो को शेयर करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था. इससे साफ है कि यह वीडियो पुराना है और इसका नेपाल की तर्ज पर भारत में हुए किसी विरोध प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है.


