राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों के मार्च वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. यूजर्स वीडियो को लेकर दावा कर रहे हैं कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले आरएसएस ने मार्च निकाला है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा गलत है. वायरल वीडियो अक्टूबर 2022 का केरल के मलप्पुरम जिले के तनूर का है.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. हरियाणा में 1 अक्टूबर 2024 को मतदान होना है. चुनाव का बिगुल बजते ही सोशल मीडिया पर अलग-अलग तस्वीरें और वीडियो गलत और भ्रामक दावे से वायरल होने लगे हैं. इसी क्रम में यह वीडियो भी वायरल है.
एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'हरियाणा में आरएसएस. यह देखकर अच्छा लगा कि वे अब हाइपर एक्टिव मोड में हैं. आरएसएस और भाजपा के बीच सभी आंतरिक मुद्दे सुलझ गए हैं. वे जानते हैं कि मातृभूमि भारत किसी भी अहंकार से परे है. स्वयंसेवक होने पर गर्व है.'
फैक्ट चेक : हरियाणा में RSS का मार्च के दावे से वायरल वीडियो का सच क्या है?
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले आरएसएस के मार्च निकालने का दावा गलत है. वायरल वीडियो अक्टूबर 2022 का केरल का है.
बूम ने दावे की पड़ताल की. एक्स पर शेयर किए गए एक वायरल वीडियो पोस्ट के कॉमेंट में एक यूजर ने बताया कि यह वीडियो हरियाणा का नहीं, केरल का है.
इसके बाद हमने वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया तो पता चला कि यह वीडियो पुराना है. हमें इंस्टाग्राम पर 7 अक्टूबर 2022 को शेयर की गई एक पोस्ट मिला. पोस्ट में इसी वीडियो के साथ कैप्शन में इसे केरल के मलप्पुरम जिले के तनूर का बताया गया.
हमने पोस्ट में बताए गए स्थान, "तनूर, मलप्पुरम, केरल" को गूगल मैप पर सर्च किया तो हमें वही स्थान मिला, जहां पर इस वायरल वीडियो को रिकॉर्ड किया गया था.
वायरल वीडियो में दिखने वाले दुकानों के होर्डिंग्स को मैप पर भी देखा जा सकता है. नीचे दोनों के बीच तुलना देखिए.
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