दिसंबर 2019 में एक वीडियो वायरल हुआ था. उस वीडियो में एक शख्स ये कहते हुए दिखाई देता है: "सड़क नहीं चाहिए, रोटी नहीं चाहिए...मंदिर चाहिए."
अब यही वीडियो दोबारा शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि मंदिर की मांग करने वाले इस शख़्स की मृत्यु हो गई है. ये दावा फ़र्ज़ी है.
बूम ने पता लगाया कि वीडियो में दिख रहे शख़्स दिल्ली के रहने वाले जीतेंद्र गुप्ता है. उन्होंने हमें बताया कि वो ज़िंदा है, स्वस्थ है और उन्हें कोविड नहीं हुआ है.
"मैं पूरी तरह से ठीक हूँ और लखनऊ नहीं गया हूँ," 41 वर्षीय गुप्ता ने कहा. "मैं कोविड-19 पॉज़िटिव भी नहीं हूँ, तो वो कैसे दावा कर सकते हैं कि ऑक्सीजन की कमी के कारण मेरी मृत्यु हुई है? ये पोस्ट्स शर्मनाक और हास्यास्पद हैं." वो एक कंस्ट्रक्शन ठेकेदार है और दिल्ली के पटपड़गंज में रहते है.
वायरल दावे में लिखा है: "ये जो साहब आंखे फाड़ के कहते थे हमें अस्पताल नही चाहिये मंदिर चाहिये! ऑक्सीजन ना मिलने से इनकी लखनऊ में मौत हो गई।"
दिसंबर 2019 में स्कूपव्हूप का एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में गुप्ता ये चिल्लाते हुए दिखाई दिए थे: "पहले मंदिर चाहिए, सड़क नहीं चाहिए, रोटी नहीं चाहिए...मंदिर चाहिए." उन्होंने एक रैली में भाग लिया था जो विश्व हिंदू परिषद द्वारा उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर आयोजित कि गई थी. वीडियो को स्कूपव्हूप (ScoopWhoop) के एंकर समदीश भाटिया ने शूट किया था.
फ़ैक्ट चेक
बूम को एक पोस्ट मिली जिसमें लिखा गया है कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है और वीडियो में दिख रहे शख़्स जीवित है. पोस्ट में इस शख़्स की पहचान जीतू गुप्ता नाम से की गई है. ये पोस्ट दिल्ली के भारतीय जनता पार्टी के नेता रवींद्र सिंह नेगी ने की है.
रवींद्र सिंह नेगी की पोस्ट पर मोहित गुप्ता ने कमेंट किया है कि वायरल पोस्ट फ़र्ज़ी है. मोहित गुप्ता ने अलग से अपनी फ़ेसबुक पोस्ट में लिखा है कि जीतेंद्र गुप्ता अपने परिवार के साथ है और स्वस्थ है. हमने मोहित गुप्ता से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि वो जीतेंद्र गुप्ता के भतीजे है. "मेरे चाचा पूरी तरह से ठीक हैं और जीवित हैं. उनकी मृत्यु नहीं हुई है और वो लखनऊ में भी नहीं है, जैसा कि वायरल पोस्ट दावा कर रहे हैं."
इसके बाद हमने वायरल पोस्ट में दिख रहे शख़्स जीतेंद्र गुप्ता से बात की जिन्होंने हमें बताया, "मुझे एक दोस्त ने ये वीडियो भेजा. उसने मुझे कहा कि लोग मान रहे थे कि मैं मर चुका हूँ. मैं ये देख कर हैरान था कि ये पोस्ट फ़ेसबुक पर हर जगह था. मैंने तुरंत एक वकील से बात की. हमने मधु विहार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की और वो जांच कर रहे हैं. पोस्ट शर्मनाक हैं. मैंने बहुत पहले जो बोला उसे वर्तमान की कोविड स्थिति से जोड़कर वो लोग [जो ये पोस्ट शेयर कर रहें हैं] क्या हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं?"
गुप्ता ने हमें एक वीडियो भी भेजा जिसमे उन्होंने नकली पोस्ट्स का जवाब देते हुए बनाया है:
राजस्थान में 'ऑक्सीजन टैंकर लीकेज' का दावा करते वीडियो का फ़ैक्ट चेक
जानिए अल-अक्सा मस्जिद से जोड़कर वायरल दावे का सच
ताऊते चक्रवात: क्यों बढ़ रहा है अरब सागर में चक्रवातों का ख़तरा?