सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से भारत-ताइवान के संबंध पर एक लम्बा फ़ेसबुक पोस्ट वायरल हो रहा है. इस लम्बे पोस्ट में बताया जा रहा है कि ताईवान के लोग भारत से क्यों नफरत करते हैं और क्यों भारतीयों को दोयम दर्जे का समझते हैं. आगे इस बात का उत्तर देते हुए कहा गया है कि मुग़ल और अंग्रज़ों के साथ शामिल होकर भारतीयों ने अपने देश के लोगों पर ही अत्याचार किये हैं.
सोशल मीडिया यूज़र्स इसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के वास्तविक आधिकारिक अकाउंट का पोस्ट मानकर शेयर और लाइक कर रहे हैं.
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फ़ेसबुक पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से लिखी पोस्ट का सारांश कुछ इस प्रकार है, 'ताइवान के लोग भारतीयों से नफरत करते हैं क्योंकि विरोध हो या कोई और मुद्दा, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में और खुद के फायदों वाली गतिविधियों में भारत के लोग आज भी, राष्ट्र हित को हमेशा दोयम स्थान देते हैं, आप लोगों के लिए "मैं और मेरा परिवार" पहले रहता है "समाज और देश" जाए भाड़ में'.
ताईवान को लेकर इसी दावे को कई फ़ेसबुक यूज़र्स ने शेयर किया जिसे यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल पोस्ट करने वाले अकाउंट को खंगाला तो देखा कि यह अकाउंट वेरीफाइड नहीं है. जबकि प्रसिद्ध हस्तियों, जाने-माने राजनेताओं के अकाउंट वेरिफाइड होते हैं. देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम का फ़ेसबुक अकाउंट वेरीफाइड नहीं होने से हमें इसके फ़र्ज़ी होने का अंदेशा हुआ.
आगे प्रोफाइल को और खंगाला तो देखा कि अकाउंट के परिचय (introduction) सेक्शन में स्पष्ट लिखा है कि, 'यह एक फैन पेज है, भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आधिकारिक पेज नहीं है.'
इसके बाद हमने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आधिकारिक फ़ेसबुक अकाउंट खोजने का प्रयास किया तो पाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आधिकारिक फ़ेसबुक अकाउंट 'प्रेजिडेंट ऑफ़ इंडिया' (President of India ) के नाम से है. यह एक वेरिफाइड अकाउंट है जिसपर राष्ट्रपति के दौरे,मुलाकात से सम्बंधित पोस्ट किये जाते हैं.
उपरोक्त पड़ताल से स्पष्ट होता है कि वायरल पोस्ट फ़र्ज़ी फ़ेसबुक अकाउंट से किया गया है.
गौरतलब है कि, द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से भारत की पहली राष्ट्रपति हैं और वह दूसरी महिला हैं जो इस पद पर पहुंची हैं. उन्होंने 25 जुलाई 2022 को देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी.
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