दिल्ली में श्रद्धा वॉकर हत्याकांड के आरोपी आफ़ताब पूनावाला के जघन्य कृत्य को जायज़ ठहराते एक युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में ख़ुद को राशिद खान बताने वाला युवक श्रद्धा वॉकर के शरीर के 35 टुकड़े करने के अपराध को सही ठहराते हुए कहता है कि आदमी का दिमाग ख़राब होने पर 36 टुकड़े भी कर देता है.
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है और 'राशिद खान' के इस वीडियो के ज़रिये मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा जा रहा है.
हालांकि, बूम ने पाया कि वायरल वीडियो में मुस्लिम पहचान के साथ आफ़ताब पूनावाला के जघन्य कृत्य को जायज़ बताने वाला युवक असल में हिन्दू समुदाय से है और उसका नाम विकास कुमार है, नाकि राशिद खान.
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गौरतलब है कि फ़ूड फ़ोटोग्राफ़र आफ़ताब पूनावाला पर अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वॉकर की हत्या करने और उनके बीच किसी विवाद के बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े करने का आरोप है. इस समय आफ़ताब दिल्ली पुलिस की हिरासत में है. श्रद्धा वॉकर हत्याकांड सामने आने के बाद से पूरे मामले को सांप्रदायिक और कथित 'लव जिहाद' का रंग देकर पेश किया गया है.
बीजेपी से जुड़ीं प्रीति गांधी ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए कैप्शन दिया, "बुलंदशहर के राशिद खान से मिलें. उनका विश्वास है कि आफ़ताब के लिए श्रद्धा को 35 टुकड़ों में काट देना बिल्कुल सामान्य है. हम कहाँ जा रहे हैं?"
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
दक्षिणपंथी वेबसाइट ऑप इंडिया ने इसी वीडियो को ट्वीट करते हुए कैप्शन दिया, "35 कम है... 36 टुकड़े कर देगा बुलंदशहर का राशिद खान. कैमरे के सामने कॉन्फिडेंस में बोला: 'चाकू लो और बजाए चले जाओ..."
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. इसी वीडियो को ऑप इंडिया ने अपने फ़ेसबुक पेज से भी शेयर किया.
पूर्व में रिपब्लिक इंडिया से जुड़े रहे और वर्तमान में 'जन की बात' के एडिटर इन चीफ़ प्रदीप भंडारी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "श्रद्धा मर्डर केस पर कुछ शान्तिप्रिय लोग मीम बना रहे हैं कुछ शान्तिप्रिय आफ़ताब को हीरो बता रहे हैं और अब बुलन्दशहर के राशिद ख़ान उस खून को उचित बता रहे हैं एक सवाल.. इस सोच को कैसे डिफेंड करेंगे?"
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
पाञ्चजन्य के पत्रकार रितेश कश्यप ने वीडियो के साथ ट्वीट में मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधते हुए लिखा, "बुलंदशहर के रहने वाले राशिद खान के अनुसार जब किसी आदमी का दिमाग खराब होता है तो 35 की जगह 36 टुकड़े भी कर देता है! अब आप समझ सकते हैं कि इनकी मानसिकता क्या है और इन्हें यह प्रशिक्षण कहां से मिल रहा होगा!"
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
एबीपी न्यूज़ ने भी वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट के साथ पोस्ट में लिखा कि बुलंदशहर पुलिस श्रद्धा मर्डर केस पर विवादित बयान देने वाले राशिद खान की तलाश कर रही है.
इस वीडियो को मुस्लिम समुदाय को आड़े हाथों लेते हुए फ़ेसबुक पर भी बड़े पैमाने पर शेयर किया गया है.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की सत्यता जांचने के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद ली और खोजबीन शुरू की. इस दौरान टाइम्स ऑफ़ इंडिया के पत्रकार अरविंद चौहान का इस मामले से जुड़ा एक ट्वीट मिला.
अरविंद ने अपने ट्वीट में बताया कि राशिद खान असल में विकास कुमार है. उसे बुलंदशहर पुलिस ने पकड़ लिया है. कुछ दिनों पहले, विकास ने मुस्लिम व्यक्ति के रूप में श्रद्धा वॉकर को 35 टुकड़ों में काटने को सही ठहराया था.
इस ट्वीट में अरविंद ने एसपी बुलंदशहर की बाइट, विकास कुमार का आधार कार्ड और सलाखों के पीछे की विकास कुमार की तस्वीर शेयर की थी.
जांच के दौरान हमें बुलंदशहर पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 25 नवंबर 2022 का एक ट्वीट मिला.
इस ट्वीट में बताया गया है, "सोशल मीडिया के माध्यम से दिल्ली में बना एक वीडियो संज्ञान में आया था जिसमें एक व्यक्ति द्वारा स्वयं को बुलन्दशहर का निवासी बताते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी प्रकाश में आये अभियुक्त को थाना सिकन्द्राबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है."
बुलंदशहर पुलिस द्वारा किये गए ट्वीट में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की बाइट है, जिसमें मामले पर जानकारी देते हुए एसपी कहते हैं कि एक वीडियो हमारे संज्ञान में आया था जोकि दिल्ली में शूट हुआ था. इसमें एक व्यक्ति जो ख़ुद राशिद बता रहा है, उसने कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस व्यक्ति को ट्रेस करने के लिए सिकंदराबाद पुलिस को लगाया गया था. उसका नाम विकास है और उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज करते हुए विधिवत कार्यवाई की जाएगी.
एसपी ने आगे कहा कि विकास के ऊपर पहले से चोरी और अवैध असलहा से जुड़े 5 मामले दर्ज हैं.
इसके बाद, बूम ने सिकंदराबाद पुलिस से संपर्क किया. थानाध्यक्ष अखिलेश त्रिपाठी ने बूम को बताया कि वायरल वीडियो में ख़ुद को राशिद खान बताने युवक का असल नाम विकास कुमार है. उसे धार्मिक भावनाएं भड़काने के लिए धारा 295 के तहत गिरफ़्तार कर लिया गया है. विकास को कोर्ट में पेश करने जा रही है.
हमें अपनी जांच के दौरान पत्रकार पीयूष राय का एक ट्वीट मिला. इस ट्वीट में उसी युवक को देखा जा सकता है जिसने ख़ुद को 'राशिद खान' बताया था.
इस ट्वीट में युवक ख़ुद का नाम विकास कुमार बताता है. और स्वीकार करता है कि उसने जो कहा था ग़लत कहा था. उसे अंदाज़ा नहीं था 'इतनी तगड़ी फ़िल्म' हो जाएगी. वीडियो में आगे वो अपने पुराने मुक़दमों पर भी टिप्पणी करते नज़र आता है.
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