सोशल मीडिया पर नीना गुप्ता (Neena Gupta) की एक तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वो भारत की पहली महिला हैं जिन्हें गणित के क्षेत्र में दिया जाने वाला रामानुजन पुरस्कार (Ramanujan prize) हाल ही में दिया गया है. इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हैं.
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रामानुजन प्राइज फॉर यंग मैथमेटिशियन हर साल विकासशील देशो में युवा गणितज्ञों को दिया जाता है, जो 45 वर्ष से कम आयु के हैं. यह पुरस्कार श्रीनिवास रामानुजन की स्मृति में प्रदान किया जाता है और इस प्राइज को इंटरनेशनल सेंटर फॉर थियोरेटिकल फ़िज़िक्स रामानुजन (ICTP Ramanujan Prize for Young Mathematicians) पुरस्कार भी कहा जाता है.
इस साल कोलकाता स्थित इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट की प्रोफ़ेसर नीना गुप्ता (Neena Gupta) को रामानुजन प्राइज फॉर यंग मैथमेटिशियन से सम्मानित किया गया है. नीना गुप्ता कोलकाता में भारतीय सांख्यिकी संस्थान में गणितज्ञ हैं. उन्हें 'एफाइन अलजबरिस जोमेट्री' और 'कम्यूटेटिव प्रॉपर्टी' में उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित किया गया है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा 'भारत को ऐसी बेटियों को जरूरत है , नग्न होकर मिस यूनिवर्स बनने वाली दुष्ट औरत की जरूरत नही है , यह नीना गुप्ता है इन्हें 2021 के रामानुजन अवार्ड से सम्मानित किया गया है ये एकमात्र भारतीय महिला हैं इसे जीतने वाली ! मुझे हैरानी है कि कहीं मीडिया में इस खबर की चर्चा तक नही है ,इस बेटी ने दुनियां को गणित में भारत का लोहा मनवाया है। मीडिया वालों जब अधनंगी ब्रह्मांड सुंदरी से थोड़ा समय मिल जाए तो #रामानुजन_अवार्ड से सम्मानित भारतीय गणितज्ञ नीना गुप्ता की उपलब्धि की भी सुध ले लेना। पर दुर्भाग्य इसदेश में अधनंगों नशेड़ियों ओर देशद्रोहियों को तो मीडिया कवरेज मिलती है पर नीना गुप्ता जैसी बेटियां जो देश का नाम रोशन करती है उन्हें मीडिया कवरेज नही मिलता। खेर आज शोषलमीडिया है हमारे पास इसलिए इस गणितज्ञ बेटी को सम्मान से हम अछुता नही रहने देंगें। अभिनन्दन नीना गुप्ता तुम पर गर्व है भारत को'.
फ़ैक्ट-चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिये International center for Theoretical Physics यानि ICTP की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पुरस्कार जीते चुके सभी विजेताओं की लिस्ट चेक की. बूम ने पाया कि वायरल दावा ग़लत है. नीना गुप्ता से पहले भी तीन अन्य भारतीय यह पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं जिनमे एक महिला भी शामिल हैं.
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वेबसाइट पर दी गई जानकारी में हर विजयी प्रतिभागी के नाम के साथ उसके देश का नाम लिखा था. जानकारी के मुताबिक़ भारत की तरफ़ से यह पुरस्कार 2006 में Sujata Ramdorai ने, 2015 में Amlendu Krishna ने और 2018 में Ritabrata Munshi ने जीता था.
साथ ही बूम ने ये भी पाया कि पोस्ट में किया जा रहा ये दावा भी ग़लत है कि नीना ये पुरस्कार पाने वाली पहली भारतीय महिला हैं. 2005 में पुरस्कार की शुरुआत के अगले साल ही एक भारतीय महिला Sujata Ramdorai ने ये पुरस्कार प्राप्त किया था.