सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति एक शख्स पर हमला करता दिखाई दे रहा है. वीडियो को इस दावे के शेयर किया जा रहा है कि "राजस्थान के दूदू स्थित सेलास्वर महादेव मंदिर मे मुसलमानों ने वहां के पुजारी और उनके परिवार वालों पर हमला कर दिया".
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है. यह वीडियो पिछले दिनों जोधपुर में वकील जुगराज चौहान के ऊपर हुए हमले के दौरान का है. इस हमले में वकील जुगराज चौहान की मौत हो गई थी.
वायरल वीडियो क़रीब पांच सेकेंड का है. फ़ेसबुक पर वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में लिखा गया है “ये है राजस्थान की सरकार का हिन्दुवों को तोहफा, महादेव मंदिर पर मुस्लिम कट्टरपंथियों का हमला,मंदिर के पुजारी और उनके परिवार पर भी कट्टरपंथियों ने किया हमला। महाशिवरात्रि की तैयारी कर रहे थे पुजारी और उनका परिवार। घटना राजस्थान के दूदू स्थित सेलास्वर महादेव मंदिर की”.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले राजस्थान पुलिस के ट्विटर अकाउंट को खंगाला, तो हमें 22 फ़रवरी 2023 को किया गया एक रिप्लाई मिला. पुलिस ने भाजपा नेत्री खुशबु सुंदर के ट्वीट का रिप्लाई किया था, जिसमें उन्होंने इसी घटना से जुड़ा 36 सेकेंड का एक वीडियो शेयर किया था.
भाजपा नेत्री ने अपने ट्वीट के कैप्शन में यह भी बताया था कि यह वीडियो जोधपुर में वकील जुगराज चौहान की दिनदहाड़े हुई हत्या का है. (ट्वीट वाले वीडियो में विचलित करने वाले दृश्य मौजूद हैं).
राजस्थान पुलिस के हेल्प डेस्क वाले ट्विटर अकाउंट ने भाजपा नेत्री के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए जोधपुर पुलिस के कमिश्नर को इस मामले में की गई कार्यवाही और वर्तमान स्थिति की जानकारी देने के लिए कहा था. इस पर जोधपुर पूर्व के डीसीपी के ट्विटर अकाउंट से जवाब देते हुए कहा गया था कि यह मामला जोधपुर के माता का थान पुलिस थाने के अंतर्गत का है और इस पारिवारिक जमीनी विवाद के मामले में आरोपी को गिरफ़्तार किया जा चुका है.
अभी तक प्राप्त जानकारियों के आधार पर हमने इस मामले से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट खोज़ी तो हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, जोधपुर के मंदिर वाला मोहल्ला निवासी जुगराज चौहान की हत्या पिछले दिनों उनके ही परिचित अनिल और मुकेश ने चाक़ू और पत्थर से हमला करके कर दिया था. दरअसल आरोपियों और वकील जुगराज चौहान के बीच एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. कोर्ट ने वह जमीन जुगराज को सौंप दी थी, जिससे आरोपी काफ़ी नाख़ुश थे. हत्या के दिन भी पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया था. उसी शाम को आरोपियों ने भदवासिया अस्पताल के सामने जुगराज पर हमला कर दिया.
रिपोर्ट में यह भी बताया कि कुछ साल पहले जुगराज के बेटे की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. जुगराज ने बेटे के एक्सीडेंट का आरोप भी अनिल और मुकेश पर ही लगाया था. वकील की मौत के बाद बार एसोसिएशन ने इस मामले में सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी.
हमें इससे जुड़ी रिपोर्ट न्यूज़ 18 और आजतक की वेबसाइट पर भी मिली. इस रिपोर्ट में वही सब जानकारियां मौजूद थी, जो दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में है.
हमने अपनी जांच को पुख्ता बनाने के लिए माता का थान पुलिस स्टेशन के एसएचओ गाजीराम बामनियां से भी संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि “यह जमीन विवाद का मामला था. हमने इस मामले में दोनों आरोपियों अनिल और मुकेश को गिरफ़्तार किया है. आरोपी और पीड़ित दोनों आपस में परिचित थे और इसमें कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है”.
इस दौरान हमने यह भी पता लगाने की कोशिश की कि क्या राजस्थान के दूदू में ऐसी कोई घटना भी हुई थी. तो हमें जयपुर ग्रामीण पुलिस के द्वारा 18 फ़रवरी को किया गया एक ट्वीट मिला.
ट्वीट के अनुसार, महेश दायमा उर्फ गोलू नाम के एक शख्स ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए यह दावा किया था कि जब वह जलेश्वर महादेव मंदिर की जन्माष्टमी की तैयारियां कर रहा था तो उस पर मुस्लिमों द्वारा हमला किया गया. लेकिन पुलिस ने वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा था कि यह केवल दो परिवारों के बीच झगड़े का मामला है.
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