सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंच पर स्वागत किए जाने का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने मंच पर हिंदू देवता गणेश की मूर्ति लेने से इनकार कर दिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया वायरल दावा झूठा है. वीडियो मई 2023 का है, जिसे क्रॉप करके शेयर किया जा रहा है. मूल वीडियो में पीएम मोदी को भेंट कर रहे व्यक्ति से गणेश की मूर्ति स्वीकार करते हुए देखा जा सकता है. उस व्यक्ति को पीएम मोदी के साथ तस्वीर खिंचाते हुए भी देखा जा सकता है.
कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया के राष्ट्रीय संयोजक संदीप गुप्ता ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'कल्पना कीजिए मोदी जी की जगह अगर राहुल गांधी जी ने भगवान गणेश को लेने से मना कर दिया होता तो आज सर मीडिया और भाजपाइयों का झुंड अपनी चूड़ियां तोड़ रहा होता.'
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
फेसबुक पर भी इसी दावे के साथ यह वीडियो शेयर हो रहा है.
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें कन्नड़ न्यूज चैनल 'विजयवाणी' के यूट्यूूब चैनल पर 3 मई 2023 को अपलोड किया गया फुल वीडियो मिला. इसमें 27 सेकंड से 38 सेकंड के बीच वायरल वीडियो वाले हिस्से को देखा जा सकता है, जिसे क्रॉप कर वायरल किया गया है. वायरल वीडियो में इसी चैनल का लोगो भी देखा जा सकता है.
हमें बीजेपी और न्यूज18 कन्नड़ के यूट्यूब चैनल पर भी इस कार्यक्रम के वीडियो मिले. यह वीडियो 2023 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान अंकोला में पीएम मोदी की एक जनसभा का है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग पीएम मोदी के संबोधन से पहले उनको मुकुट, साफा और माला पहना कर स्वागत कर रहे हैं. इसी दौरान भगवान गणेश की मूर्ति लिए एक व्यक्ति पीएम मोदी के सामने आ जाता है. मुकुट और माला पहना रहे लोग उसे थोड़ा सा साइड होने का इशारा करते हैं. इसके बाद फिर पीएम मोदी उस व्यक्ति द्वारा भेंट की जा रही मूर्ति को स्वीकार करते हैं और उसके साथ तस्वीर भी खिंचाते हैं. इसके बाद पीएम मोदी अन्य लोगों से भी उपहार स्वीकार दिखाई देते हैं.
नवभारत टाइम्स पर इस जनसभा की फौटो गैलरी भी देखी जा सकती है.