लुटेरे की कहानी बताते पीएम मोदी का अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल
बूम ने पाया कि मूल वीडियो का एक छोटा-सा हिस्सा काटकर वायरल किया जा रहा है. असल में पीएम मोदी अपने बचपन में सुनी एक लुटेरे की कहानी बता रहे थे.
Claim
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह बोल रहे हैं कि 'उस दिन अगर मेरी मां ने रोका होता तो मैं लुटेरा ना बनता.' यूजर्स वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री खुद को लुटेरा बता रहे हैं. कुछ यूजर्स इसे इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासे से जोड़कर भी शेयर कर रहे हैं.
FactCheck
बूम ने अपनी जांच में पाया कि मूल वीडियो के कुछ हिस्से को काटकर शेयर किया जा रहा है. हमने वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए वीडियो से संबंधित कुछ कीवर्ड्स सर्च किए. इसके जरिए हमें 'BJP West Bengal' के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर पूरा वीडियो मिला. हमने पाया कि यह वीडियो 10 अप्रैल 2021 को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिलीगुड़ी में दिए गए भाषण का वीडियो है. इस वीडियो को देखने से पता चलता है कि पीएम मोदी ममता सरकार पर निशाना साधते हुए अपने बचपन में सुनी हुई एक लुटेरे की कहानी का जिक्र कर रहे हैं. कहानी सुनाते हुए वह कहते हैं, 'एक बहुत बड़ा डाकू, लुटेरा था. उसको फांसी की सजा हुई. जब फांसी की सजा हुई तो उसको पूछा गया कि तुम्हारी अंतिम इच्छा क्या है तो उसने कहा कि मुझे अपनी मां को मिलना है....' वह आगे कहते हैं, 'जब वो अपनी मां को मिला तो मां को झपट करके उसने मां की नाक को काट लिया... तो लोगों ने पूछा कि तुमने अपनी मां को ये क्यों किया? तो उसने कहा जब मैं छोटी चोरी करता था, उस दिन अगर मेरी मां ने रोका होता तो मैं इतना बड़ा लुटेरा न बनता. मुझे फांसी पर जाने की नौबत नहीं आती.' पीएम मोदी के भाषण के इसी छोटे हिस्से को काटकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है. दरअसल इससे पहले जून 2021, सितंबर 2022 और सितंबर 2023 में भी यह वीडियो इन्हीं मिलते-जुलते दावों के साथ वायरल था और बूम ने तब भी इसका फैक्ट चेक किया था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें-