प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का एक क्लिप्ड वीडियो सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा कि पीएम मोदी हिन्दू राष्ट्र के नाम पर जाति आधारित हिंसा और दलितों के शोषण की कहानी बताते हुए बदला लेने के विचार को बढ़ावा दे रहे हैं.
47 सेकंड के इस वीडियो में पीएम मोदी अपने भाषण में कहते हैं, "जिसको इतना ज़ुल्म सहना पड़ा, जिसका बचपन अन्याय, उपेक्षा और उत्पीड़न से बीता हो, जिसने अपनी माँ को अपमानित होते देखा हो, मुझे बताइये ऐसे व्यक्ति को मौक़ा मिल जाये तो हिसाब चुकता करेगा कि नहीं करेगा. तुम मुझे पानी नहीं भरने देते थे, तुम मुझे मंदिर नहीं जाने देते थे, तुम मेरे बच्चों को स्कूल में एडमिशन देने से मना करते थे.."
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो को काटछांट करके शेयर किया गया है. असल में, पीएम मोदी भीमराव आंबेडकर के बारे में टिप्पणी करते हैं कि जातिवाद के कारण तमाम कठिनाइयों का सामना करने के बाद भी, उन्होंने कभी भी कटुता या बदला लेने का भाव नहीं दिखाया.
वायरल वीडियो में दिख रहे वर्दीधारी जवान के शहादत की झूठी ख़बर वायरल
ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन में दावा किया, "ये हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी है जो सवर्णों को को सबक सिखाने की बात करते है और तथाकथित दलितों के शोषण की कहानी बता रहें है , शर्म करिए माननीय जी, सवर्णों ने ही आपको PM बनाया है वरना 30 से 303 नही पहुंचते और ऐसा रहा तो फिर से 30 पर आ जायेंगे,"
ट्वीट यहां देखें. आर्काइव वर्ज़न देखने के लिए यहां क्लिक करें.
ट्वीट यहां देखें. आर्काइव वर्ज़न देखने के लिए यहां क्लिक करें.
क्या अडानी समूह के ऐलान के बाद रवीश कुमार ने एनडीटीवी से दिया इस्तीफ़ा?
फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के दायीं ओर ऊपर 'नेशनल दस्तक' चैनल का लोगो है.
इससे हिंट लेते हुए हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से नेशनल दस्तक के वीडियो तक पहुंचे, जिसका आधा-अधूरा हिस्सा वायरल हो रहा है.
2 मई 2017 को "बाबा साहेब पर मोदी का क्या है विचार?" टाइटल के साथ अपलोड किये गए इस वीडियो को हमने देखा और पाया कि वीडियो की शुरुआत पीएम मोदी के भाषण के उसी हिस्से से होती जो हिस्सा वायरल है.
इसके आगे पीएम मोदी अपने भाषण में कहते हैं, "मनुष्य का जो लेवल है ना वहां ये बहुत स्वाभाविक है. लेकिन जो मानव से कुछ ऊपर है, वो बाबा साहब आंबेडकर थे कि जब उनके हाथ में कलम थी, कोई भी निर्णय करने की ताक़त थी लेकिन आप पूरा संविधान देख लीजिये, पूरे संविधान सभा की डिबेट देख लीजिये. बाबा साहब की बातों में, वाणी में शब्द में कहीं कटुता नज़र नहीं आती है, कहीं बदले का भाव नज़र नहीं आता है."
जांच के दौरान हमें इस वीडियो का फ़ुल वर्ज़न डीडी न्यूज़ और एबीपी न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर 21 मार्च 2016 को अपलोड हुआ मिला. वीडियो दिल्ली के विज्ञान भवन का है जहां पीएम मोदी आंबेडकर मेमोरियल लेक्चर देने के लिए पहुंचे थे.
वीडियो में 35 मिनट की समयावधि पर पीएम मोदी कहते हैं कि हमें बाबा साहब आंबेडकर से समाज की एकता को बल देना सीखना पड़ेगा. इसके बाद पीएम मोदी के भाषण का वो अंश आता है जिसे काटकर वायरल किया गया है. वायरल हिस्से के बाद पीएम मोदी भीमराव आंबेडकर के बारे में कहते हैं कि जातिवाद के कारण तमाम कठिनाइयों का सामना करने के बाद भी, उन्होंने कभी भी कटुता या बदला लेने का भाव नहीं दिखाया.
इसी वीडियो को भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी 21 मार्च 2016 को अपलोड किया गया था.
'लाल सिंह चड्ढा' से जोड़कर वायरल हो रही आमिर खान की यह तस्वीर पुरानी है