वायरल वीडियो में दिख रहे वर्दीधारी जवान के शहादत की झूठी ख़बर वायरल
बूम ने पाया वायरल वीडियो में दिख रहे दोनों शख्स अलग अलग हैं. मृतक शख्स भारतीय सेना के जवान थे जबकि वर्दीधारी जवान बीएसएफ़ सुरक्षाकर्मी हैं.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है जिसमें एक वर्दीधारी जवान बेहद ही सहज तरीके से जिंदगी और मौत की बातें करते हुए दिख रहा है. इस वीडियो में एक फ़ोटो भी मौजूद है जिसमें किसी व्यक्ति का शव फूल-माला के साथ सफ़ेद कपड़े में लिपटा हुआ है. इस वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि "वीडियो में बोलते हुए जवान सच में शहीद हो गए".
करीब 26 सेकेंड के इस वीडियो में बड़ी मूछों ववाला एक वर्दीधारी जवान गले में बंदूक लटकाए हुए अपने आसपास के लोगों से कह रहा है, "जियो और जीने दो, ज़िन्दगी का कोई पता नहीं..आज कोई गोली मार देगा आज मर जाएंगे..क्या पता, जो अच्छा काम करेगा..दुनिया याद करेगी, वही था मूछ वाला. जवान के इतना कहते ही वहां मौजूद लोग ठहाके लगाकर हंसते हुए सुनाई दे रहे हैं. वीडियो में एक टाइटल ट्रैक भी अलग से जोड़ा गया है. साथ ही वीडियो में एक टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसमें लिखा हुआ है 'आपकी शहादत को हम कभी भी नहीं भूलेंगे सर'
'लाल सिंह चड्ढा' से जोड़कर वायरल हो रही आमिर खान की यह तस्वीर पुरानी है
यह वीडियो अलग अलग कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल है.
एक फ़ेसबुक यूज़र ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, "Rip sir आत्मा ही नही दिल भी रोता है जब सरहद पे कोई जवान शहीद होता है ।। जय हिंद, ये जवान सच में शहीद हो गया, आपकी सहादत को देश हमेशा याद करेगा और आपकी बातों को भी ।। भावपूर्ण श्रद्धांजलि".
कई अन्य फ़ेसबुक यूज़र्स ने भी वायरल वीडियो को अपने फ़ेसबुक अकाउंट से शेयर किया है, जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे शव की पहचान के लिए उस हिस्से को क्रॉप करके रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें एक फ़ेसबुक पेज पर यह फ़ोटो मिला.
30 सितंबर 2019 को किए गए इस फ़ेसबुक पोस्ट के अनुसार फ़ोटो में दिख रहे मृतक व्यक्ति राजस्थान के जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ के राजेंद्र सिंह भाटी हैं, जो कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे.
इसके बाद हमने प्राप्त जानकारियों के आधार पर राजेंद्र सिंह भाटी की शहादत से जुड़ी न्यूज़ रिपोर्ट्स को ख़ोजना शुरू किया तो हमें वन इंडिया की वेबसाइट पर 30 सितंबर 2019 को प्रकाशित की गई न्यूज़ रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सेना के राष्ट्रीय राइफल्स के जवान नायक राजेंद्र सिंह भाटी जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे. उनके पैतृक गांव मोहनगढ़ में उनका अंतिम संस्कार किया गया था.
इसी दौरान हमें राजेंद्र सिंह भाटी के नाम से बना एक फ़ेसबुक पेज भी मिला. इसी पेज पर अपलोड एक पोस्टर में हमें शक्ति स्वरुप भाटी नाम के एक शख्स का मोबाइल नंबर मिला. उस पोस्टर में राजेंद्र सिंह भाटी की शहादत का जिक्र था. इसके बाद हमने शक्ति स्वरुप भाटी से संपर्क किया और उन्हें वायरल वीडियो में दिख रहे मृतक व्यक्ति का फ़ोटो भेजा तो उन्होंने हमें बताया कि ये राजेंद्र सिंह भाटी हैं. जो 2019 में शहीद हो गए थे और वे भारतीय सेना के जवान थे.
हमारी अभी तक की जांच में यह तो स्पष्ट हो गया था कि वायरल वीडियो में दिख रहे मृतक व्यक्ति भारतीय सेना के शहीद जवान राजेंद्र सिंह भाटी हैं.
इसके बाद हमने वायरल वीडियो में साफ़गोई से जीवन और मौत की बात रख रहे वर्दीधारी जवान का पता लगाने के लिए उनके द्वारा बोले जा रहे शब्द की मदद से फ़ेसबुक सर्च किया तो हमें बांग्ला में लिखा एक फ़ेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें इस वीडियो को पश्चिम बंगाल के गेदे बॉर्डर का बताया जा रहा था.
अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने प्राप्त जानकारियों के आधार पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें एक Prosun Vlogs नाम के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला, जिसे 16 अगस्त 2022 को अपलोड किया गया था. इस वीडियो में हमें वह जवान भी दिखा जो वायरल वीडियो में मौजूद है. वीडियो को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि उनके यूनिफार्म पर बीएसएफ़ का बैच लगा हुआ है.
इस दौरान हम फेसबुक की मदद से यूट्यूब वीडियो बनाने वाले प्रसून तक भी पहुंचे, जिन्होंने बताया कि यह वीडियो 15 अगस्त, 2022 को रिकॉर्ड किया गया था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रोसेनजीत सरकार नाम के एक अन्य यूट्यूबर ने भी उस वीडियो को अपने फेसबुक प्रोफाइल पर अपलोड किया था.
इसके बाद हमने बीएसएफ़ जवान के बारे में जानने के लिए प्रोसेनजीत से भी संपर्क किया. बूम से बात करते हुए प्रोसेनजीत ने बताया कि वह वीरेंद्र सिंह सर हैं. मैंने इस साल 15 अगस्त को यह वीडियो रिकॉर्ड किया था." आगे उन्होंने कहा कि इस वीडियो के वायरल होने के बाद मैंने उनसे बात भी की. सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा ग़लत है. वह अभी भी ठीक हैं.
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