सोशल मीडिया पर तीन तस्वीरों का एक कोलाज शेयर की जा रहा है. इन तस्वीरों में एक शख़्स बहुत कुपोषित दिख रहा है जबकि दूसरा सैन्य वर्दी में दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि वर्दी में दिख रहा शख़्स सूडान का पूर्व गृहमंत्री है जो अब बहुत बुरी स्थिति में है.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने इसे शेयर करते हुए कैप्शन दिया 'वक्त हमेंशा ऐक जैसा नहीं रहता है इसका नाम"अकीद इब्राहीम"है 1995 मैं सूडान का गृहमंत्री रह चुका है इसको भी अपनी कुर्सी पर बहूत नाज़ था आज इसका हाल देखिए साहब जी'
ट्विटर पर भी ये तस्वीरें इसी दावे के साथ शेयर की जा रही हैं कि सूडान के पूर्व गृहमंत्री की स्थिति बहुत ख़राब है.
फ़ैक्ट चेक
वायरल तस्वीरों की सच्चाई जानने के लिये जब हमने इनको रिवर्स इमेज सर्च किया तो पाया कि ये साल 2019 से ही इंटरनेट पर वायरल हैं. दरअसल कई अफ्रीकी देशों में इन तस्वीरों के साथ अलग अलग दावे करके सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा था.
हमने अपनी जाँच में पाया कि वायरल तस्वीरों में दिख रहे दोनों शख़्स अलग अलग हैं और जिस शख़्स को पूर्व गृहमंत्री 'अकीद इब्राहिम' बताया जा रहा है वो दरअसल सूडान के तत्कालीन लेफ़्टिनेंट जनरल Omar Zain al-Abidin हैं.
बूम ने जब कुपोषित व्यक्ति की तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया तो पाया कि ये फ़ोटो सूडान से नहीं बल्कि केन्या के Turkana में पड़े अकाल की है. BBC की एक पत्रकार Roncliffe Odit ने ये तस्वीर 2019 में खींची थी और अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया था. उन्होंने तस्वीरों के साथ कैप्शन में भी लिखा कि ये केन्या में पड़े अकाल के दौरान लोगों की तस्वीरें हैं.
अब हमने दूसरी वर्दीधारी वायरल शख़्स की तस्वीर की पड़ताल की तो पाया कि वो सूडान के तत्कालीन लेफ़्टिनेंट जनरल Omar Zain al-Abidin की फ़ोटो है. AFP की एक फ़ोटो रिपोर्ट के मुताबिक़ ये तस्वीर अप्रैल 2019 की है. सूडान की नई Military council's political committee के हेड Omar Abidin सूडान की राजधानी Khartoum में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित कर रहे थे.
कौन हैं Ibraahim Chamsadine?
France 24 की एक रिपोर्ट के अनुसार कर्नल Ibrahim एक वास्तविक व्यक्ति का नाम है. हालांकि कर्नल का अंतिम नाम कई बार Shamssedine लिखा जाता है. समाचार एजेंसी यूनाइटेड प्रेस इंटरनेशनल (UPI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2001 में एक विमान दुर्घटना में 12 अन्य लोगों के साथ उनकी मृत्यु हो गई थी.
UPI के अनुसार, Shamssedine अपनी मृत्यु के समय सूडान के उप रक्षा मंत्री थे. इसके अलावा वे प्रथम राष्ट्रीय मुक्ति क्रांति कमान परिषद के सदस्य और अल-बशीर के सलाहकार के रूप में भी कार्यरत थे.