एक बेकाबू भैंसा को पकड़ने के लिए उसपर गोली चलाते लोगों को दिखाता वीडियो सोशल मीडिया पर ग़लत दावे के साथ वायरल है. इस वीडियो को भारत से जोड़कर मुस्लिमों के सन्दर्भ में शेयर किया जा रहा है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो सालभर पुराना है और पाकिस्तान के कराची से है.
क़रीब पांच साल पुरानी ख़बर को शेयर करके राष्ट्रपति पर निशाना साधा जा रहा है
गौरतलब है कि मुस्लिमों के त्यौहार ईद उल अज़हा (बखरीद) में अब महज़ कुछ दिन बचे हैं. दुनियाभर में मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन जानवरों की क़ुर्बानी देते हैं. अमूमन बखरीद के पहले जानवरों से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर होने लगते हैं.
इस वीडियो को फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन दिया, "आप केवल योगी मोदी के सहारे जीते रहे ,,,न हथियारों की जरूरत समझते हो न ही दुश्मन को पहचानने की क्षमता बना सके हो,,,केवल हजारो साल की ग़ुलामी में भाई,,, चारा ,,ही बना सके हो. देखो और सोचो. तुम्हारे पास क्या निकलेगा,, क्योंकि मोदी योगी जतबक आयेंगे,, तबतक डिफेंस अपना कैसे करोगे जब एक जानवर के लिए इतने हथियार निकले हैं तो k फिरो के लिये कितने निकलेगे,,और हथियारों की कैटेगरी पर भी ध्यान दीजिए."
वीडियो यहां देखें.
वीडियो यहां देखें.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ द्रौपदी मुर्मू की एडिटेड तस्वीर वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो सालभर पुराना है और पाकिस्तान के कराची शहर से है.
हमने संबंधित कीवर्ड और वीडियो के स्क्रीनग्रैब की मदद से वीडियो को खोजा तो यह हमें पाकिस्तान के जियो न्यूज़ पर 21 जुलाई 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में मिला.
रिपोर्ट में बताया गया है कि ईद के पहले दिन, एक सांड की क़ुर्बानी से पहले ही वह भाग निकला और कई घंटों तक पड़ोस में घूमता रहा. यह घटना शहर के स्कीम 33 इलाके की है. अपनी जान बचाने के लिए दौड़ते हुए भैंसा ने कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. भैंसे को पकड़ने में असमर्थ मालिकों ने आख़िर में क़ुर्बानी से पहले ही उसके पैर में गोली मार दी.
पाकिस्तान के प्रमुख समाचार चैनल में से एक ARY न्यूज़ ने भी इस घटना को रिपोर्ट किया.
22 जुलाई 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक़, कराची में क़ुर्बानी के जानवर पर फायरिंग करने वाले 8 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया. इन लोगों के ख़िलाफ़ एनिमल एक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया. मालिक ने क़ुर्बानी के लिए अनुभवी कसाई को नहीं बुलाया जिससे जानवर काबू में नहीं आया. तब मालिक के दोस्तों ने उसपर काबू पाने के लिए फायरिंग की और उसे ज़ख़्मी कर दिया.
हमारी जांच से स्पष्ट हो जाता है कि वायरल वीडियो पाकिस्तान के कराची से है और इसका किसी भी तरह से भारत से संबंध नहीं है.
नहीं, यह वीडियो तेलंगाना में पीएम मोदी की रैली में शराब बांटते नहीं दिखाता