सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के साथ दावा किया जा रहा कि राजस्थान के कोटा में एक कोचिंग सेंटर पर आतंकी हमला हुआ है. वीडियो में एक क्लासरूम के अंदर तमाम पुलिसकर्मी और स्पेशल फ़ोर्स के जवान नज़र आ रहे हैं जो कथित मुठभेड़ में मारे गये लोगों के शव हटाते दिख रहे हैं.
दावा किया जा रहा है कि कोटा के रेजोनेंस कोचिंग संस्थान में आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें चार आतंकवादी मारे गये. वीडियो में कुछ लोग हिरासत में भी लिये हुए नज़र आ रहे हैं.
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ट्विटर पर एक यूज़र ने इसे शेयर करते हुए कैप्शन दिया ''कोटा रेजोनेंस पर आतंकवादी हमला चार आतंकी ढेर जिसमें एक महिला शामिल रेजोनेंस बिल्डिंग को चारों ओर से कमांडोज ने घेरा बम निरोधक दस्ता मौके पर, कमांडो हथियारों से लैस होकर रेजोनेंस में अंदर प्रवेश पहले पंजाब अब राजस्थान भी जहां कांग्रेस वहां वहां आतंकवाद'
फ़ेसबुक पर ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि कोटा में आतंकवादी हमला हुआ है.
क्या वायरल वीडियो Kota में Terrorist Attack का है?
हमने वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिये गूगल कीवर्ड्स की मदद से इसकी खोजबीन की. हमें पता चला कि वीडियो दरअसल किसी आतंकी हमले का नहीं बल्कि कोटा पुलिस की मॉक ड्रिल का है. मॉक ड्रिल का मतलब होता है किसी हमले या रेस्क्यू ऑपरेशन का अभ्यास करना. ये वीडियो भी ऐसे ही एक अभ्यास का था.
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Patrika News की 14 August की एक खबर के मुताबिक़ 15 अगस्त की तैयारियों के मद्देनज़र सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन ने एक दिन पहले मॉकड्रिल का आयोजन किया था. मॉकड्रिल के तहत विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में चार आतंकियों द्वारा दो छात्रों सहित चार लोगों को एक कोचिंग सेंटर में बंधक बना लिया गया था. पुलिस स्पेशल कमांडो फ़ोर्स और ATS सहित संयुक्त फ़ोर्स ने ऑपरेशन कर उन्हें छुड़ा लिया.
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एक और वेबसाइट TIS Media ने अपनी खबर में लिखा कि आतंकी हमले की मॉक ड्रिल की सनसनीख़ेज़ खबर से कोटा में लोगों के बीच भय फैल गया. खबर के अनुसार प्रशासन स्वतंत्रता दिवस के पूर्व सुरक्षा की दृष्टि से ये सारे इंतज़ाम कर रहा था.
वायरल तस्वीरों में एक न्यूज़ चैनल के वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट भी प्रयोग किये गये हैं. ये 1st India News की एक Video report के स्क्रीनशॉट हैं जो कोटा में पुलिस की मॉक ड्रिल से संबंधित है.
कोटा पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इस मॉक ड्रिल की खबर को ट्वीट किया गया था. इसके साथ ही पुलिस का एक बयान भी अपलोड था जिसमें लिखा है कि "15 अगस्त को सुरक्षा बंदोबस्त एक आतंकी घटनाओं की आशंका के मद्देनज़र पुलिस ने मॉक ड्रिल किया है"
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बूम ने इस वायरल वीडियो के संबंध में कोटा एसपी ऑफिस में संपर्क किया. वहाँ से एक पुलिस अधिकारी अखिलेश ने हमें बताया कि वीडियो ग़लत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है कोटा में किसी भी तरह का कोई आतंकी हमला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पुलिस की मॉक ड्रिल का वीडियो फ़ेक कैप्शंस के साथ वायरल किया जा रहा है.
वायरल वीडियो कैलाश पर्वत के ऊपर का दृश्य नहीं दिखाता
ग़ौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस के आस पास राजस्थान में आतंकी हमले का अलर्ट जारी हुआ था. दैनिक भास्कर की एक खबर के अनुसार केन्द्रीय एजेंसियों ने कोटा और जोधपुर में आतंकी हमले का एलर्ट जारी किया था.