सोशल मीडिया पर तलवार लिए बैरिकेड्स पर चलते एक व्यक्ति की पुरानी तस्वीर इस भ्रामक दावे से वायरल है कि यह हालिया किसान आंदोलन से जुड़ी हुई तस्वीर है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर 2021 में ली गई थी, जब आंदोलनरत किसान केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए कृषि कानूनों का विरोध में दिल्ली के लाल किले पर जमा हुए थे.
गौरतलब है कि पिछली 13 फरवरी से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के लगभग 200 से अधिक किसान संगठन आंदोलनरत हैं. एमएसपी के अलावा किसानों की मांगों में कर्ज माफी और 2021 की लखीमपुर खीरी हिंसा का न्याय भी शामिल है. आंदोलनकारी किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं. इसके मद्देनजर पुलिस ने दिल्ली के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी है.
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि किसानों को रोकने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. इस आंदोलन के शुरू होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी फर्जी और भ्रामक खबरें भी लगातार शेयर की जा रही हैं, इस क्रम में यह तस्वीर भी वायरल है.
फेसबुक पर इसे शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, "फसल उगाते हुए किसान की दुर्लभ तस्वीर."
ऐसे ही समान दावों के साथ फेसबुक पर अन्य यूजर्स ने भी तस्वीर को शेयर किया है यहां, यहां देखा जा सकता है.
ऑनलाइन प्लेटफार्म एक्स पर भी यह इन्हीं दावों के साथ वायरल है. यहां, यहां देखें.
फैक्ट चेक
सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया, इसके जरिए हमें 26 जनवरी, 2021 के कई मीडिया रिपोर्ट्स मिले जिसमें यही तस्वीर मौजूद थी.
26 जनवरी, 2021 की इंडिया टीवी की एक रिपोर्ट में यह तस्वीर देखी जा सकती है. इस रिपोर्ट के अनुसार, "72वें गणतंत्र दिवस समारोह के दिन किसान गणतंत्र परेड के दौरान किसानों को रोकने के लिए अक्षरधाम में सड़क पर लगाए गए पुलिस बैरिकेड्स को तोड़कर एक किसान उसके ऊपर चलने लगा."
इसमें तस्वीर का क्रेडिट समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया को दिया गया था. 'किसान गणतंत्र परेड' से संबंधित कुछ कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें यही तस्वीर प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मिली.
इसके अलावा, हमें 26 जनवरी, 2021 के कई न्यूज ब्रॉडकास्ट भी मिले, जिनमें पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प के विजुअल्स देखे जा सकते हैं.
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के 26 जनवरी, 2021 के एक रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन ने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान हिंसक रूप ले लिया. किसानों ने लाल किले की उस प्राचीर से फार्म यूनियनों के झंडे और धार्मिक झंडे दिखाए, जहां पारंपरिक रूप से सवंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्रियों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आंदोलनकारियों को नई दिल्ली के इस एरिया तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस, पानी की बौछारों और बैरिकेड्स का इस्तेमाल किया, इसके बावजूद आंदोलनकारी दिल्ली के कई स्थानों तक पहुंचने में सफल रहे.
27 जनवरी, 2021 के द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 26 जनवरी, 2021 को हुए प्रदर्शन के दौरान 27 वर्षीय आंदोलनकारी, नवरीत सिंह की जान चली गई थी.