केरल का 2016 का एक पुराना सीसीटीवी फुटेज जिसमें भीड़ नारेबाज़ी के साथ घरों पर पथराव करती दिख रही है, झूठे सांप्रदायिक दावों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है कि राज्य में हिंदुओं के घरों पर मुस्लिम समुदाय के लोग हमला कर रहे हैं.
बूम ने पाया कि वीडियो 2016 का है जब असलम नाम के IUML सदस्य की हत्या के बाद गुस्साई भीड़ ने केरल के नादापुरम इलाके में लगभग 50 घरों पर हमला कर दिया था.
वीडियो को फ़ेसबुक पर इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, "केरल में मुसलमानों द्वारा हिंदू बंगलों पर पत्थर फेंककर उन्हें खाली करने की धमकी देना कश्मीर मॉडल जैसा ही है। यह केरल में आम हो गया है. 2024 में विपक्ष को वोट दें और पूरे भारत में इसके लिए तैयार रहें."
फ़ेसबुक अन्य यूज़र्स ने भी इसी तरह के समान दावों से यह वीडियो शेयर की है जिसे यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
बूम को फ़ैक्ट चेक करने के लिए अपने हेल्पलाइन नंबर (7700906588) पर भी यह वीडियो प्राप्त हुआ.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो से कीफ़्रेम निकालकर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें मनोरमा न्यूज़ द्वारा 15 अगस्त, 2016 को अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर उसी वायरल वीडियो के दृश्यों के साथ अपलोड किया गया एक समाचार बुलेटिन मिला.
वीडियो को "नादापुरम में 50 से अधिक घरों पर हमला" कैप्शन के साथ अपलोड किया गया था.
समाचार बुलेटिन में कहा गया है कि उस समय नादापुरम में लगभग 50 घरों को निशाना बनाया गया और उन पर हमला किया गया, जो ज्यादातर कांग्रेस, भाजपा और सीपीएम समर्थकों के थे. हमले को अंजाम देते समय बदमाशों ने अपना चेहरा ढक लिया था. पुलिस ने हमले की सीसीटीवी फुटेज देखकर इस संबंध में 50 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया.
इसके अलावा, 14 अगस्त 2016 की डेक्कन क्रॉनिकल की एक रिपोर्ट में कहा गया कि कांग्रेस और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के नेताओं ने कथित तौर पर सीपीएम कार्यकर्ताओं द्वारा असलम की हत्या की निंदा की. लेख में आगे कहा गया है, "पिछले साल जनवरी में सी.के. शिबिन हत्या मामले में बरी किए गए 17 आईयूएमएल कार्यकर्ताओं में से एक मुहम्मद असलम की शुक्रवार शाम को नादापुरम के थुनेरी में हत्या कर दी गई थी."
18 अगस्त, 2016 की टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, "राजस्व विभाग के अधिकारियों के कहा है कि शुक्रवार को असलम की हत्या के बाद शनिवार की रात और रविवार को हमलावरों द्वारा 47 घरों पर हमला किया गया. छह घरों को बड़ी क्षति हुई, जबकि शेष घरों को पथराव में मामूली नुकसान हुआ. थुनेरी में कुल 40 घरों और नादापुरम में सात घरों पर हमला किया गया. हमलावरों ने एक कार सहित कुछ वाहनों को भी आग लगा दी."
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि राजस्व अधिकारियों ने घरों का निरीक्षण किया और हमले के कारण 12 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया.
28 अगस्त 2016 की मातृभूमि की रिपोर्ट में बताया कि पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी सीपीएम कार्यकर्ता रमेश को गिरफ्तार कर लिया, जिसने साजिश रची थी और हत्यारों के लिए असलम की पहचान की थी.
सहायक रिपोर्टिंग - Sujith A
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