सोशल मीडिया पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक वीडियो वायरल है, जिसमें कथित तौर पर वह आम जनता को लूटने और फिर दान करने की बात कर रहे हैं.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो अधूरा है. असल में अरविंद केजरीवाल पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'एन इनसिगनिफिकेंट मैन' के एक छोटे-से हिस्से को संदर्भ से काटकर शेयर किया जा रहा है. पूरे वीडियो में वह इस व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं कि पहले तो हम गरीब जनता से पैसे लेते हैं और फिर उसी पैसे को उन्हें दान के रूप में देते हैं.
गौरतलब है कि 21 मार्च 2024 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब नीति मामले में कथित तौर पर संलिप्तता की वजह से दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. कोर्ट ने पहले उन्हें 28 मार्च तक के लिए हिरासत में रखने के आदेश दिए थे. इसके बाद उन्हें दोबारा 28 मार्च को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. ईडी ने रिमांड बढ़ाने का आग्रह किया, जिसके बाद अदालत ने केजरीवाल की रिमांड 1 अप्रैल तक बढ़ा दी है.
केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही उनसे संबंधित खबरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हैं. इन खबरों में कुछ फर्जी और भ्रामक खबरें भी शामिल हैं, जिन्हें केजरीवाल को निशाना बनाते हुए शेयर किया जा रहा है. इस क्रम में यह वीडियो भी वायरल है. वायरल वीडियो में केजरीवाल बोल रहे हैं, 'पहले तो हम गरीब जनता को चूसते हैं और फिर उनके ऊपर दान करते हैं.'
इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने वीडियो को शेयर किया जिसपर लिखा देखा जा सकता है, 'ये वीडियो काफी है केजरीवाल की असलियत जानने के लिए. सुनिए कितना शातिर है ये मक्कार.'
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह वीडियो इन्हीं दावों के साथ शेयर किया गया है.
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फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए हमें फेसबुक पर प्रिया शुक्ला के पेज पर 47 सेकेंड का एक वीडियो मिला जो वायरल वीडियो का थोड़ा लंबा वर्जन था. प्रिया शुक्ला ने फेसबुक पर खुद को छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी का सचिव बताया था.
फेसबुक पर मिले इस वीडियो में अरविंद केजरीवाल को कहते सुना जा सकता है, '...ऐसी हालत ही क्यों है कि आपको चैरिटी करनी पड़े. पहले तो हम गरीब जनता को चूसते हैं और फिर उनके ऊपर दान करते हैं, कि एक हजार लड़कियों की शादी हम कराएंगे. अगर हम उनके…उनका आय बढ़ा दें अगर ये जितना व्यवस्था है, जो व्यवस्था हर आदमी को चूस रही है, अगर इस व्यवस्था को ही हम..'
इसके बाद सामने बैठा आदमी बोलता है, 'अगर हम सोच लें कि उनकी आय बढ़ानी है तो वो एक लेंदी प्रॉसेस हो जाता है.' फिर केजरीवाल बोलते हैं 'मैं इस पर थोड़ा भिन्न विचार रखता हूं. सारे बस दान दक्षिणा में ही लगे हुए हैं…व्यवस्था कोई नहीं सुधार रहा है. ये बड़ा मुश्किल है व्यवस्था वाला काम…जैसा इन्होंने कहा कि ये लंबा काम है, लंबा काम है लेकिन करना तो पड़ेगा. किसी को तो करना पड़ेगा. दान वालों का काम दान वालों पर छोड़ दीजिए. वो कर रहे हैं अच्छा-खासा काम. जितने आप दान करोगे, वहां मैं आपके साथ नहीं हूं…वो आप अपना अलग से कर लेना…जहां पर लड़ना, कटना, मरना है, वहां पर मैं आपके साथ खड़ा हूं..ठीक है!..' इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में शुरू की एक लाइन को संदर्भ से काटकर शेयर किया जा रहा है.
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पड़ताल के दौरान हमें स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर इसका पूरा वीडियो मिला. असल में यह अरविंद केजरीवाल पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'एन इनसिगनिफिकेंट मैन' का एक छोटा-सा हिस्सा है. विनय शुक्ला और खुशबू रांका के निर्देशन में बनी यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म केजरीवाल के सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बनने के सफर पर आधारित है, जो साल 2017 में रिलीज हुई थी.
कुणाल कामरा के यूट्यूब चैनल पर इसे अगस्त 2020 में अपलोड किया गया है. 1 घंटे 39 मिनट के इस फिल्म में लगभग 9 मिनट पर वायरल वीडियो वाला हिस्सा देखा जा सकता है. वीडियो में सामने बैठा शख्स केजरीवाल से कहता है, 'मेरे पास एक प्रोजेक्ट है, हर साल हम 1001 गरीब लड़कियों की शादी करेंगे, लेंगे किसी से कुछ नहीं.' इस पर केजरीवाल कहते हैं, 'ऐसी हालत ही क्यों है कि आपको चैरिटी करनी पड़े. पहले तो हम गरीब जनता को चूसते हैं और फिर उनके ऊपर दान करते हैं..'
पूरा वीडियो देखने से साफ हो जाता है कि केजरीवाल इस वीडियो में गरीब जनता को लूटने की बात नहीं कर रहे बल्कि वह गरीब जनता की आय बढ़ाने को लेकर राय रख रहे हैं ताकि उन्हें किसी चैरिटी या दान-दक्षिणा पर निर्भर न रहना पड़े.