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फैक्ट चेक

'नो वोट टू बीजेपी' प्लेकार्ड के साथ वायरल वीडियो का कर्नाटक चुनाव से कोई सम्बन्ध नहीं है

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो भाजपा विरोधी अभियान दिखाता है जो 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले चलाया गया था.

By - Sachin Baghel | 26 April 2023 11:45 AM GMT

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को वोट न देने का आग्रह करने वाली तख्तियां पकड़े हुए कई लोगों का एक पुराना वीडियो इस भ्रामक दावे के साथ ऑनलाइन शेयर हो रहा है कि यह वीडियो इस साल कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले दुनिया भर में बीजेपी के खिलाफ विरोध को दिखा रहा है. 

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले चलाया गया भाजपा विरोधी अभियान का है.

वीडियो में कई लोगों को दुनिया भर के विभिन्न स्थानों पर एक तख्ती पकड़े देखा जा सकता है. तख्तियों पर अंग्रेजी में "नो वोट टू बीजेपी" और बांग्ला में "नो डिविजन इन बंगाल" लिखा हुआ है. वीडियो को 10 मई, 2023 को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विरोध के तौर पर शेयर किया जा रहा है.

वायरल वीडियो के साथ कैप्शन है कि, "दुनिया भर में हर कोई कह रहा है कि कर्नाटक चुनाव 2023 में भाजपा को वोट नहीं".



इसी दावे के साथ एक अन्य यूज़र ने भी यह वीडियो शेयर किया है. 



फ़ैक्ट चेक

बूम ने ट्विटर पर संबंधित कीवर्ड से सर्च किया और पाया कि "नो वोट टू बीजेपी" नाम के एक ट्विटर हैंडल ने 24 अप्रैल, 2021 को वही वीडियो ट्वीट किया है. वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा था, "दुनिया भर के बंगाली कह रहे हैं "नो वोट टू बीजेपी".

(आर्काइव लिंक)

हमने पाया कि इस अकाउंट ने खुद को 2021 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ नो-वोट अभियान के एक मंच के रूप में वर्णित किया है.




इससे मदद लेते हुए बूम ने "नो वोट टू बीजेपी" अभियान से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स खोजी और पाया कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं के एक समूह ने पश्चिम बंगाल में यह प्लेटफार्म बनाया था. 

द क्विंट अनुसार मार्च 2021 में, 'बंगाल अगेंस्ट फासिस्ट आरएसएस-बीजेपी' नाम के एक फोरम ने 'नो वोट टू बीजेपी' अभियान शुरू किया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि फोरम का गठन 4 जनवरी, 2021 को एक बैठक के बाद किया गया था जिसका मकसद हिंदू राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा के खिलाफ लोगों को एकजुट करना था. 

समय के साथ आंदोलन बढ़ता गया. 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' द्वारा अप्रैल 2021 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, यह अभियान पश्चिम बंगाल के 20 जिलों में फैल गया था.

कोलकाता में ऐसा ही एक विरोध प्रदर्शन जहां लोगों को "नो वोट टू बीजेपी" प्लेकार्ड लिए देखा जा सकता है, नीचे उपलब्ध है.

Full View


2021 का पैसा बांटने का पुराना वीडियो हालिया कर्नाटक चुनाव से जोड़कर वायरल 

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