सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के ख़िलाफ़ हालिया विरोध प्रदर्शन का है. वीडियो में प्रदर्शनकारी महिलायें कंगना रनौत के एक बड़े से पोस्टर पर स्याही लगाकर जूते-चप्पलों से पोस्टर की पिटाई करती नज़र आ रही हैं. प्रदर्शनकारी भीड़ में महिलाओं की संख्या ज़्यादा नज़र आ रही है.
मुस्लिम बाप-बेटी की तस्वीर एक बार फिर फ़र्ज़ी दावे से वायरल
Times of India की ख़बर के मुताबिक़ मुंबई की कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने अभिनेत्री कंगना रनौत के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया था. ये प्रदर्शन देश की आज़ादी को लेकर कंगना के विवादास्पद बयान के ख़िलाफ़ था जो उन्होंने टाइम्स नाउ (Times Now) को दिये एक इंटरव्यू में दिया था.
कोड़े खाते शख़्स की तस्वीर भगत सिंह से जोड़कर फिर वायरल
फ़ेसबुक पर इस वीडियो को शेयर कर कैप्शन में लिखा है "देश की जनता ने कंगना रनौत की फोटो को जूते चप्पलों से पीटा".
वीडियो में ये हिंदी का मैसेज अलग से जोड़ा गया है 'कंगना रनौत को अब देश की जनता अच्छे से दे रही है आज़ादी फोटो को जूते चप्पल से पीटा'.
फ़ैक्ट-चेक
बूम ने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए इससे जुड़े कुछ कीवर्ड सर्च किये तो पाया कि कंगना के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन का ये वायरल वीडियो सितंबर 2020 का है.
ETV Bharat की 4 सितंबर 2020 की एक रिपोर्ट में बिल्कुल इसी वीडियो का प्रयोग किया गया था.
ख़बर के मुताबिक़ मुंबई में शिवसेना की थाणे स्थित शाखा आनंद मठ की महिला कार्यकर्ताओं ने अभिनेत्री कंगना रनौत के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. ये विरोध प्रदर्शन कंगना के उस बयान के बाद हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि मुंबई की स्थिति पाक अधिकृत कश्मीर जैसी है और उन्हें मुम्बई में रहने में डर लगता है.
बूम को सितंबर 2020 में हुए इस विरोध प्रदर्शन की खबरें यहाँ, यहाँ मिलीं.