सड़क पार करती बच्ची को कार एक्सीडेंट से बचाते आर्मी जवान का एक स्क्रिप्टेड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो को असल मानते हुए अग्निपथ से जोड़कर शेयर कर रहे हैं. इस वीडियो के साथ कहा जा रहा है कि चार साल बाद अग्निवीर होने का फ़ायदा यह होगा कि समाज में हमारे बीच कुछ चुस्त और मुस्तैद लोग रहेंगे.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो समाज में जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से बनाया गया एक स्क्रिप्टेड ड्रामा है.
पिछले दिनों केंद्र सरकार ने भारतीय सेना के तीनों अंगों में जवानों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का ऐलान किया था. इस योजना के तहत 17.5 वर्ष से 23 वर्ष तक की उम्र के युवा चार साल के लिए भर्ती किए जाएंगे और इन्हें अग्निवीर कहा जाएगा. भले ही सरकार ने इस योजना को लेकर सकारात्मक दावे किए हों लेकिन देश के कई हिस्सों में जमकर विरोध हुआ है. बिहार, उत्तरप्रदेश, हरियाणा समेत कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन भी हुए.
क्या आर्मी के जवानों ने अग्निपथ प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने से मना किया?
वायरल वीडियो में एक आर्मी जवान के लिबास में एक शख्स को सड़क पार कर रही एक छोटी बच्ची को तेज रफ़्तार कार की चपेट में आने से बचाते हुए देखा जा सकता है. आगे वीडियो में वर्दीधारी उस बच्ची को एक महिला के पास ले जाता है और महिला का मोबाइल फ़ोन छीनकर पटक देता है. इस दौरान वह महिला उस बच्ची को गोद में उठाकर पुचकारती हुई भी दिखाई दे रही है. साथ ही वीडियो के नीचे में अंग्रेजी में सबटाइटल लिखा हुआ भी दिखाई दे रहा है.
श्योलाल जाट नाम के फ़ेसबुक यूज़र ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, "अग्निवीर का चार साल के बाद ये फायदा है, समाज मे हमारे साथ हमारे आसपास कोई तो चुस्त मुस्तैद रहेगा हर समय, जय हिंद, जय भारत जय जवान."
वहीं धीरज दवे नाम के फ़ेसबुक अकाउंट से भी इस वीडियो को इसी तरह के कैप्शन के साथ शेयर किया गया है.
वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबधित कीवर्ड की मदद से यूट्यूब पर सर्च किया तो हमें एक वीडियो मिला. हालांकि यह वायरल वीडियो से काफ़ी अलग था लेकिन इसपर दिखने वाले सबटाइटल का फॉन्ट और फॉर्मेट स्टाइल हूबहू वायरल वीडियो जैसा था.
इससे हिंट लेते हुए हमने इस वीडियो को अपलोड करने वाले 3RD EYE नाम के यूट्यूब चैनल को खंगालना शुरू किया.
इस दौरान हमें एक वीडियो मिला जिसे 'SALUTE TO THIS ARMY MAN | MAN REAL LIFE SUPER HEROS' टाइटल के साथ 14 जून 2022 को अपलोड किया गया था. इस वीडियो में क़रीब 57 सेकेंड पर हमें वो हिस्सा मिला जिसे सोशल मीडिया पर अग्निपथ योजना से जोड़कर शेयर किया गया है.
हमने वीडियो को पूरा देखा और पाया कि वीडियो के अंत में एक डिस्क्लेमर दिया गया है, जिसमें लिखा गया है कि इस वीडियो के पात्र मनोरंजन और शिक्षा के उद्देश्य के लिए हैं. इससे साफ़ हो गया कि यह वीडियो स्क्रिपटेड है.
इतना ही नहीं वीडियो के डिस्क्रिप्शन में भी अंग्रेजी में स्पष्ट लिखा हुआ है, जिसका हिंदी अनुवाद है "देखने के लिए धन्यवाद! कृपया ध्यान रखें कि यह चैनल अलग-अलग परिस्थितियों में लोगों को जागरूक करने के लिए स्क्रिप्टेड ड्रामा बनाता है. चैनल सामाजिक जागरूकता वाले वीडियो लाता है. ये लघु फ़िल्में सिर्फ़ मनोरंजन के लिए हैं."
हमने चैनल पर अपलोड किए गए अन्य वीडियो को भी ध्यान से देखा तो पाया कि चैनल पर सामाजिक जागरूकता से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर कई वीडियोज़ है.
त्रिपुरा का पुराना वीडियो अग्निपथ स्कीम के विरोध प्रदर्शन से जोड़कर वायरल
यह पहला मौक़ा नहीं है जब स्क्रिप्टेड वीडियो को असल घटना के रूप में शेयर किया गया है. बीते दिनों में यह एक तरह का ट्रेंड बनकर उभरा है. बूम ने सोशल मीडिया पर वायरल रहे ऐसे ही कई स्क्रिप्टेड वीडियोज़ का फ़ैक्ट चेक किया है. यहां पढ़ें.