हाल ही में उत्तराखंड (Uttarakhand) में ग्लेशियर फटने के बाद आये फ़्लैश फ़्लड के बाद बचाव कार्य की एक वीडियो फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो क्लिप भारतीय सेना को पैंगोंग झील के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास चीनी बंकरों को ध्वस्त करते हुए दिखाती है.
बूम ने पाया कि यह वीडियो 7 फ़रवरी को उत्तराखंड के चमोली में भारत-तिब्बत सीमा गश्ती दल द्वारा किए गए राहत और बचाव कार्यों का है.
मई 2020 में भारतीय और चीनी सेना आपस में भिड़ गई थी, जिससे दोनों तरफ के जवान हताहत हुए थे. लगातार उच्च स्तरीय बातचीत के बावजूद, नौ महीने तक गतिरोध जारी रहा. अंततः 19 फरवरी को, भारत और चीन ने विघटन प्रक्रिया पूरी की.
उन्नाव मामले के बाद शत्रुघ्न सिन्हा के नाम से वायरल ट्वीट का सच क्या है?
19 फरवरी को, राज्य समर्थित चीनी मीडिया ने गलवान घाटी संघर्ष में चीनी सेना के हताहत होने की बात स्वीकार की. पीपल्स डेली ने ट्वीट किया कि चीनी सैन्य आयोग ने "पिछले जून के सीमा संघर्ष" में चार पीएलए सैनिकों की मौत की ख़बर की पुष्टि की है.
इसी पृष्ठभूमि में, एक मिनट का वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि भारतीय सेना ने पैंगोंग त्सो झील के किनारे से चीनी बंकरों और अन्य कंक्रीट संढांचे को ध्वस्त कर दिया है.
वीडियो शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि "पांगोंग झील से १५० चीनी टैंक और लगभग 5,000 चीनी सैनिकों के भागने के पश्चात. भारतीय सेना ने जेसीबी से सभी चीनी बंकर ध्वस्त कर दिए!"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
वायरल पोस्ट का दावा, बजरंग दल ने यूपी में कृषि क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया
फ़ैक्ट चेक
बूम ने इन्विड टूल का उपयोग करके वीडियो को कीफ़्रेम्स में तोड़कर रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो हमें उत्तराखंड के चमोली में बचाव अभियान पर न्यूज़ एजेंसी एएनआई का यह वीडियो मिला. वीडियो का शीर्षक है: "चमोली आपदा: 56 शव बरामद, बचाव अभियान चल रहा है."
हमने पाया कि इसी वीडियो को आईटीबीपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया था.
नीचे वायरल वीडियो (लेफ़्ट) और आईटीबीपी (राइट) द्वारा शेयर की गई वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.
क्या जर्मनी में पेट्रोल के दाम बढ़ने पर लोग सड़कों पर ही छोड़ गए अपनी कार?