बीच सड़क पर इफ्तार के आयोजन का वीडियो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता का बताया जा रहा है. बूम की जांच में पाया गया कि वायरल वीडियो बंगाल का नहीं बल्कि कर्नाटक में मंगलौर के पास का है. पिछले हफ्ते शनिवार को यहां बीच सड़क में इफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ था. इसके चलते दो घंटे से अधिक समय तक रास्ता जाम रहा. चुनाव आयोग ने इफ्तार पार्टी के आयोजक को नोटिस भी जारी किया था.
गौरतलब है कि रमजान के महीने में सूर्यास्त के बाद इफ्तार का आयोजन होता है. इस दौरान रोजेदार (रोजा रखने वाले) खुदा से दुआ करने के बाद कुछ खाकर अपना उपवास तोड़ते हैं. इसे इफ्तार कहा जाता है.
वायरल वीडियो में सड़क के एक तरफ कुर्सियां और मेज लगी हुई दिख रही हैं. उस पर खाने की प्लेट भी रखी गई हैं. वीडियो में कार्यक्रम की तैयारी कर लोग दिखाई दे रहे हैं. उस तरफ का रास्ता ब्लॉक है. सड़क के दूसरी ओर गाड़ियों का आवागमन हो रहा है. वीडियो में आसपास दुकानें भी दिखाई दे रही हैं.
इसे पोस्ट करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, 'सड़क पर नमाज के बाद पेश है सड़क पर इफ्तार पार्टी. वीडियो पश्चिम बंगाल के कोलकाता से है.'
पोस्ट देखें
आर्काइव लिंक देखें
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने इसी दावे से पोस्ट शेयर किया.
आर्काइव लिंक देखें.
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो के बैकग्राउंड में दक्षिण भारत की किसी भाषा में बातचीत सुनाई दे रही है. यहां से हमें वीडियो के पश्चिम बंगाल से न होने का संकेत मिला. संबंधित कीवर्ड्स 'सड़क पर इफ्तार पार्टी' की मदद से हमने गूगल पर सर्च किया. इससे हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुईं.
दैनिक जागरण एक अप्रैल 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, 30 मार्च को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के मुदिपु जंक्शन पर 'मिड स्ट्रीट इफ्तार पार्टी' का आयोजन हुआ था. चुनाव आयोग ने इसे लेकर आयोजकों को नोटिस भेजी है.
इकनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 30 मार्च 2024 को मुदिपु जंक्शन स्थित उलाल तालुक 'मिड स्ट्रीट इफ्तार' पार्टी का आयोजन हुआ था, जिसके चलते स्टेट हाइवे का 200 मीटर से अधिक हिस्सा दोपहर दो बजे तक चार घंटे से ज्यादा समय तक बाधित रहा.
उलाल तालुक के सभी ऑटो ड्राइवरों की ओर से इफ्तार का आयोजन हुआ था जिसमें व्यापारी और स्थानीय लोग भी शामिल हुए थे. हालांकि इफ्तार के चलते सड़क के एक तरफ का ट्रैफिक रोक दिया गया था. इससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी.
कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया. चुनाव आयोग ने रविवार 31 मार्च को आचार संहिता का उल्लंघन करने पर 'ऑटो राजाकनमार इफ्तार' कार्यक्रम के मुख्य आयोजक अबुबकर सिद्दीकी को नोटिस भेजा.