एक विशालकाय मानव कंकाल की तस्वीर सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल है. तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कुरुक्षेत्र के पास खुदाई करते समय विदेशी पुरातत्व विशेषज्ञों को एक 80 फुट की लम्बाई के मानव कंकाल के अवशेष मिले हैं. यूज़र्स का दावा है कि ये मानव कंकाल महाभारत के भीम के पुत्र घटोत्कच का है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह इटालियन आर्टिस्ट गीनो डी डोमिनिकिस द्वारा बनाई गई एक कलाकृति है. वायरल पोस्ट में किया गया दावा फ़र्ज़ी है.
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वायरल पोस्ट में लिखा है, "कुरुक्षेत्र के पास खुदाई करते समय विदेशी पुरातत्व विशेषज्ञों को एक 80 फुट की लम्बाई के मानव कंकाल के अवशेष मिले जो महाभारत के भीम के पुत्र घटोत्कच के वर्णन के समान है और हम भारतवासियों को महाभारत ही काल्पनिक लगती है इसे डिस्कवरी चैनल और नेशनल जियोग्राफिक चैनल ने प्रसारित किया है!"
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वायरल पोस्ट को सच मानकर तस्वीर शेयर की और कैप्शन में लिखा, "हमारे सनातनी ग्रंथों को काल्पनिक बताने वालो देखो प्रमाण."
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल पोस्ट में तस्वीर के बारे में किये गए दावे की वास्तविकता जानने के लिए इसे रिवर्स इमेज पर सर्च किया. इस दौरान हमें यह तस्वीर कई वेबसाइट में मिली, जहां इसे इटालियन आर्टिस्ट गीनो डी डोमिनिकिस द्वारा बनाई गई कलाकृति बताया गया है. इसका नाम 'कैलामिता कॉस्मिका' (अंग्रेजी में कॉस्मिक मैग्नेट) है.
अम्यूज़िंग प्लेनेट नाम की वेबसाइट में "कैलामिता कॉस्मिका: द जायंट ट्रैवलिंग स्केलेटन" शीर्षक के साथ प्रकाशित एक लेख में इस विशालकाय मानव कंकाल कलाकृति की कई तस्वीरें मिलीं. 'कैलामिता कॉस्मिका' के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि यह इटालियन आर्टिस्ट गीनो डी डोमिनिकिस द्वारा बनाई गई मानव कंकाल की 28 मीटर लंबी मूर्ति है और इटली के रोम में समकालीन कला के म्यूजियो नाज़ियोनेल डेला आरती डेल XXI सेकोलो - MAXXI संग्रहालय में प्रदर्शित है.
कैलामिता कॉस्मिका को MAXXI में रखने से पहले यूरोप के कई शहरों- वर्साय, नेपल्स और मिलान में रखा गया था. इसका अनावरण पहली बार 1990 में फ्रांस के ग्रेनोबल में सेंटर नेशनल डी'आर्ट कंटेम्पोरेन में किया गया था. इसके बाद 1996 में इसे नेपल्स के कैपोडिमोन्टे के महल के प्रांगण में रखा गया. साल 2005 में इटली के एंकोना शहर के मोल वानविटेलियाना में प्रदर्शित किया गया था जोकि आर्टिस्ट गीनो डी डोमिनिकिस का गृह नगर है. कई यूरोपी शहरों के दौरे के बाद फ़िलहाल कैलामिता कॉस्मिका रोम के संग्रहालय में मौजूद है.