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फैक्ट चेक

किसान आंदोलन में बैठने के लिए पैसों की मांग का दावा गलत, ट्रैक्टर मंडी का है असली वीडियो

सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन में पैसे लेकर शामिल होने का दावा किया जा रहा है. बूम की जांच में यह दावा गलत पाया गया.

By - Shefali Srivastava | 23 Feb 2024 1:23 PM GMT

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए लोग पैसों की मांग कर रहे हैं. वीडियो में दो लोग मोल-भाव करते दिख रहे हैं. इसमें एक शख्स दूसरे की गर्दन पकड़कर उसे कुर्सी पर बिठा रहा है.

बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो पंजाब के मालवा क्षेत्र स्थित बरनाला ट्रैक्टर मंडी का है. वीडियो में लोग ट्रैक्टर को लेकर मोलभाव कर रहे हैं. इसका किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है.

गौरतलब है कि कई किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसानों ने दिल्ली कूच दो दिन के लिए टाल दिया है. इससे पहले  किसान और पुलिस के बीच झड़प हुई थी. किसानों को रोकने के लिए रबर बुलेट और आंसू गैस के गोले दागे गए थे. 

किसान संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी पर कानून के अलावा, किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों की वापसी, लखीमपुर खीरी मामले में किसान परिवारों को मुआवजा, कर्ज माफी समेत कई मुद्दों पर 13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं.

किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक और गलत दावे वायरल हो रहे हैं. बूम ने इसे लेकर कई फैक्ट चेक किए हैं. इसी तरह वायरल वीडियो को भी किसान आंदोलन से जोड़ा जा रहा है.

इसे शेयर करते हुए अनुपम मिश्रा (@Scribe9104) नाम के यूजर ने लिखा, 'एक महीने तक बॉर्डर पर बैठने के लिए 40,000 रुपये की मांग, अन्नदाता (गर्दन पकड़ कर), यार एक महीने का 35000 ठीक है, तेरी खेती बाड़ी तो वहां मजदूर कर ही रहे हैं, तेरे को बस यहां बैठना है, खाना मिलेगा, दारू मिलेगी'

इसका आर्काइव लिंक यहां देखें

इसी तरह एक और यूजर ने भी यह वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, 'महीने का बॉर्डर #FarmerProtest में जाने का रेट तय नहीं हो पा रहा 35 हजार या 40 हजार। ऐसे वीडियो बाहर नहीं आने चाहिए.'

फेसबुक पर भी ऐसे वीडियो खूब शेयर किए जा रहे हैं.



वायरल वीडियो में एक शख्स कुर्सी पर बैठा है जबकि एक गुलाबी पगड़ी पहने शख्स उससे मोलभाव कर रहा है. इसमें वह 35 हजार, 40 हजार रुपये कहते हुए दिख रहा है. कुर्सी पर बैठा शख्स बार-बार उठने की कोशिश करता है लेकिन दूसरा शख्स उसे जबरदस्ती वापस बैठा देता है.

फैक्ट चेक

हमने वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर उसे गूगल रिवर्स सर्च किया. इस दौरान हमें यूट्यूब का एक लिंक मिला जिसे 'पंजाबी शॉट्स' नाम के चैनल ने पोस्ट किया था. हमारी नजर इसके कैप्शन पर पड़ी जिसमें लिखा था, Innocent Punjabi Funny Tractor sale deal. वीडियो 17 फरवरी को पोस्ट हुआ. कैप्शन से हमें अंदाजा हुआ कि वीडियो में संभवत: ट्रैक्टर डीलिंग को लेकर बात हो रही है.

Full View

इसके बाद हमने वायरल वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम लेकर गूगल लेंस की मदद से सर्च किया. हमें Jatt Zimidar Vlog नाम के फेसबुक पेज पर 16 जनवरी को पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला. इसमें वायरल वीडियो का हिस्सा भी शामिल है.


Full View

इसका कैप्शन पंजाबी में था, जिसे हमने गूगल की मदद से अनुवादित किया. कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, 'देखिए ट्रैक्टर डील कैसी चल रही है.' इस वीडियो के कमेंट में वीडियो की लोकेशन बरनाला बताई गई थी. इस पेज पर दिए गए नंबर पर हमने संपर्क की कोशिश की, जवाब मिलने पर इसे अपडेट किया जाएगा.

हमने कुछ पंजाबी भाषी लोगों से वीडियो में हो रही बातचीत के बारे में पूछा. उन्होंने इसकी पुष्टि की कि वीडियो में ट्रैक्टर की खरीद पर बात हो रही है.

हमने गूगल पर बरनाला मार्केट कीवर्ड से सर्च किया तो बरनाला ट्रैक्टर मंडी के कई वीडियो प्राप्त हुए. इनमें से एक वीडियो के बैकग्राउंड में वही इमारत दिख रही है जो वायरल वीडियो में भी नजर आ रही है.



इस तरह हमारी जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो का किसान आंदोलन से संबंध नहीं है. इसमें ट्रैक्टर के लेन-देन को लेकर बात हो रही है.

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