सोशल मीडिया पर 100 रुपये के बैंक नोट की तस्वीर के साथ एक झूठा दावा वायरल है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पुराने 100 रुपये के बैंक नोट मार्च 2024 तक बदलने की समय सीमा तय की है जिसके बाद यह कानूनी निविदा के रूप में अमान्य घोषित कर दिया जाएंगे.
बूम को आरबीआई के प्रवक्ता योगेश दयाल ने बताया, "यह जानकारी सही नहीं है. आरबीआई की ओर से ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है.''
सीपी भक्ता नाम के फे़सबुक यूज़र ने 100 रुपये के बैंक नोट की यह तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा (हिंदी अनुवादित) ,"यह पुराना सौ रुपये का नोट अब मान्य नहीं है.'' आरबीआई ने नोट बदलने की समय सीमा 31 मार्च 2024 दी है.
प्लेटफॉर्म X पर भी यह तस्वीर इसी दावे के साथ वायरल है.
बूम को अपने व्हाट्सएप टिपलाइन नंबर (7700906588) पर भी इसका फै़क्ट चेक करने के अनुरोध के साथ यही संदेश प्राप्त हुआ.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए मीडिया रिपोर्ट्स सर्च कीं. हमें कोई भी ऐसी विश्वसनीयन न्यूज़ रिपोर्ट नहीं जो इस दावे का समर्थन करती हो कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने नोट बदलने की समय सीमा 31 मार्च 2024 दी है.
अधिक स्पष्टीकरण के लिए बूम ने भारतीय रिज़र्व बैंक के प्रवक्ता योगेश दयाल से संपर्क किया, जिन्होंने स्पष्ट किया कि यह वायरल संदेश झूठा है. दयाल ने बूम को बताया, "यह जानकारी सही नहीं है. आरबीआई की ओर से ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है.''
आरबीआई ने 19 जुलाई 2018 को जारी नये 100 रुपये के नोट की तस्वीर जारी की, जिसमें लिखा था, ''रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया जल्द ही महात्मा गांधी सीरीज वाले 100 रुपये के नए बैंक नोट जारी करेगा, जिन पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डॉ. उर्जित आर. पटेल के हस्ताक्षर होंगे."
"100 रुपये वाले नए नोटों में पीछे की तरफ "रानी की वॉव" की आकृति है, जो देश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है. नोट का रंग हल्का गुलाबी-बैंगनी (लैवेंडर) है. नोट में सामने और पीछे की ओर अन्य ज्यामितीय पैटर्न और डिज़ाइन हैं. बैंक नोट की साइज 66 मिमी × 142 मिमी होगी."
प्रेस विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया गया है कि रिजर्व बैंक द्वारा पहले जारी किए गए सभी 100 रुपये के बैंक नोट वैध कानूनी मुद्रा बने रहेंगे.