सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुख़ारी ने भारतीय जानता पार्टी (बीजेपी) जॉइन कर ली है. सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो को बड़े पैमाने पर शेयर कर रहे हैं.
वायरल वीडियो में बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन शाही इमाम के साथ एक मंच पर नजर आ रहे हैं. एक व्यक्ति शाही इमाम के गले में माला डालता है और फिर सभी 'शाही इमाम ज़िंदाबाद' के नारे लगाते हैं. मंच के पीछे लगे पोस्टर में पीएम मोदी के साथ डॉ. हर्षवर्धन और शाही इमाम की संयुक्त तस्वीर भी दिखाई दे रही है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के जामा मस्जिद के पास शौचालय के शिलान्यास का है जिसे ग़लत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “शाही इमाम बुख़ारी ने बीजेपी जॉइन कर ली.”
फ़ेसबुक पर इसी दावे में साथ यह वीडियो बहुत वायरल है जिसे यहां, यहां और यहां देख जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा, उसमें बीजेपी सांसद डॉ हर्षवर्धन की क्षेत्र में काम करवाने को लेकर तारीफ़ की जा रही थी. वायरल दावे से संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करने पर वायरल दावे की पुष्टि करती हुई कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली.
इसके बाद वीडियो से स्क्रीनग्रैब निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर 11 मार्च 2023 का एक यूट्यूब वीडियो मिला, जिसमें डॉक्टर हर्षवर्धन और शाही इमाम को उन्हीं कपड़ों में देखा जा सकता है जो वह वायरल वीडियो में पहने दिख रहे हैं. पीछे मंच और टेंट का रंग भी समान नज़र आ रहा है.
वीडियो में बताया गया कि चाँदनी चौक से बीजेपी सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने जामा मस्जिद के पास एक शौचालय का उद्घाटन किया.
इसके बाद, बूम ने सांसद हर्षवर्धन की ट्विटर प्रोफाइल पर जाकर इस आयोजन के बारे में पड़ताल की. 11 मार्च 2023 के एक ट्वीट में वायरल वीडियो के समान दृश्य देखे जा सकते हैं. ट्वीट में डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि ‘स्वच्छ भारत’ योजना के तहत जामा मस्जिद के गेट नंबर एक पर सांसद निधि से बने शौचालय का शिलान्यास किया गया.
इस शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर उनकी टाइमलाइन पर कई ट्वीट्स थे. एक अन्य ट्वीट में डॉ. हर्षवर्धन शाही इमाम का शुक्रिया करते हुए लिखते हैं कि जामा मस्जिद हिंदुस्तान में ही नहीं, पूरी दुनिया में मशहूर है, इसके आसपास कोई कमी उन्हें मंज़ूर नहीं है.
ट्वीट में संलग्न वीडियो में शाही इमाम शौचालय निर्माण के लिए डॉ. हर्षवर्धन की तारीफ करते हैं. कहीं भी किसी भी ट्वीट में शाही इमाम के बीजेपी में शामिल होने को लेकर कोई ज़िक्र नहीं मिला.
इस मामले पर अधिक जानकारी के लिए बूम ने शाही इमाम से संपर्क किया.
शाही इमाम के सहायक पीआरओ (PRO) मोहम्मद अंसारुल हक़ ने बताया कि, “शाही इमाम का बीजेपी में शामिल होने का दावा फ़र्ज़ी है इसमें कोई सच्चाई नहीं है. दरअसल, जामा मस्जिद में वाशरूम बहुत ख़राब हालत में थे. नये वाशरूम के लिए एमसीडी में आवेदन दिया गया था, डेढ़ साल हो गये लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद सांसद हर्षवर्धन को अपने फंड से बनवाने को कहा था. उसी वाशरूम के उद्घाटन के कार्यक्रम का यह वीडियो है.”
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