पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही चुनाव से जोड़कर अनेक वीडियो और तस्वीरें फ़र्ज़ी एवं भ्रामक दावों के साथ शेयर की जा रही हैं. ऐसा ही एक वीडियो जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो कांफ्रेंसिंग से कुछ लोगों से बात करते हुए नज़र आ रहे हैं, वायरल हो रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि राज्य के साधु-संतों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के लिए प्रचार करने से मना कर दिया और उन्होंने बीजेपी पार्टी के 50 सीटों पर सिमटने की बात कही है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पुराना है और शिवराज सिंह चौहान की फ़र्ज़ी ऑडियो अलग से जोड़कर इसे एडिट किया गया है. मूल वीडियो कोरोना महामारी के समय अप्रैल 2020 में मुख्यमंत्री द्वारा हिन्दू संतो के साथ चर्चा का है.
दरअसल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, मिजोरम और राजस्थान सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव नवंबर में चल रहे हैं. मध्य प्रदेश में मतदान 17 नवंबर को होगा और नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अनेक भ्रामक और झूठे वीडियो-तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. इसी क्रम में यह वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो में शिवराज कह रहे हैं कि "सभी साधुओं, महंतों को मेरा प्रणाम. आप लोग मध्य प्रदेश में सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार बहुत अच्छे से कर रहे हैं. मेरी आप लोगों से एक विनती है, मुझे और मेरी पार्टी को आपके आशीर्वाद की जरूरत है. चुनाव बहुत नजदीक है. मैं और हमारी पार्टी के लोग चाहते हैं, आप लोग हमारी पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार करें. हमारे लिए प्रदेश की जनता से वोट की अपील करें."
इसके जवाब में एक संत कहते हैं, "जय महाकाल, देखिये शिवराज जी, हम लोग सनातन धर्म के प्रचारक हैं. और धर्म का प्रचार-प्रसार हमेशा करते रहेंगे. लेकिन प्रदेश की जनता आपके कार्यों से काफी निराश है. और इस बार अगर आपकी पार्टी की सीट निकाल पाना काफी मुश्किल लग रहा है. ऐसा लग रहा है कि इस बार पार्टी 50-60 सीटों में ही सिमट जाएगी. बाकी महाकाल जानें. "
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "वायरल वीडियो, संत महात्माओं ने शिवराज और बीजेपी के पक्ष में प्रचार करने से किया इंकार, संत बोले इस बार बीजेपी 50 सीटों में ही सिमट जायेगी."
इसी दावे से फ़ेसबुक पर अनेक यूज़र्स ने इस वीडियो को शेयर किया है. यहां, यहां और यहां देखें.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी अनेक यूज़र्स ने इसे एमपी चुनाव से जोड़ते हुए शेयर किया है.
फैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो को गौर से देखा तो समझ आया कि वीडियो में सुनाई दे रही ऑडियो सीएम शिवराज सिंह चौहान के चेहरे के हाव-भाव और उनके होठों के मूवमेंट से मैच नहीं कर रही है. इससे हमें इसके एडिटेड होने का अंदेशा हुआ.
इसके बाद हमने 'सीएम शिवराज सिंह चौहान ने संतो के साथ की बातचीत' आदि कीवर्ड्स से सर्च किया तो IBC 24 के यूट्यूब चैनल पर 28 अप्रैल 2020 को वायरल वीडियो से मिलता-जुलता वीडियो अपलोड किया हुआ मिला. वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, "साधु-संतों से CM Shivraj Singh ने की चर्चा, कोरोना की चुनौतियों पर हुई चर्चा"
वीडियो में बताया गया कि कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के साथ एमपी के मुख्यमंत्री समाज के अलग-अलग वर्गों से बात कर रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने देशभर के संतो से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये कोरोना महामारी की चुनौतियों को लेकर बात की. इस वीडियो के बाद वाले हिस्से में वायरल वीडियो के समान कई दृश्यों को देखा जा सकता है.
आगे और पड़ताल करने पर हमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर 28 अप्रैल 2020 को एफबी लाइव की रिकॉर्डिंग मिली. इस एक घंटे बीस मिनट की वीडियो रिकॉर्डिंग में हम अनेक जगह वही दृश्य देख सकते हैं जो वायरल वीडियो में है. वीडियो के साथ कैप्शन है कि "#COVID19 की चुनौतियों एवं एकात्म बोध विषय पर वीडियो कोन्फ्रेंस।"
इस वीडियो में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने को लेकर संत-समाज के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे हैं. वीडियो में वह आदिगुरु शंकराचार्य के आविर्भाव (अवतरण) दिवस को 'एकात्म बोध दिवस' के रूप में मनाने को लेकर भी बात करते हैं. इसके अतिरिक्त, कॉन्फ्रेंस में मौजूद साधु संत भी अपनी बात रखते हैं. पूरे वीडियो में कहीं भी वायरल वीडियो के समान शिवराज सिंह चौहान बोलते हुए नहीं पाए जाते हैं न ही वह संत वायरल वीडियो के समान शिवराज सिंह चौहान को जवाब देते हैं.
नीचे हमने इसके और वायरल वीडियो के समान दृश्यों की तुलना की है.
वायरल वीडियो में इस्तेमाल की गई आवाज बिलकुल साफ़ हैं, उसमें बिलकुल भी बैकग्राउंड नॉइज़ नहीं हैं. जैसे वह अलग से रिकॉर्ड कर इसमें जोड़ी गयी है. इससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की फ़र्ज़ी आवाज अलग से जोड़ी गई है.
इस अंदेशे से कि सीएम शिवराज ने कहीं अन्य जगह ऐसा कोई बयान दिया हो, हमने वायरल वीडियो में दिए गए शिवराज सिंह के बयान को ट्रांसक्राइब कर गूगल पर सर्च किया लेकिन हमें इस सम्बन्ध में कोई न्यूज़ रिपोर्ट अथवा वीडियो प्राप्त नहीं हुई जिसमें शिवराज सिंह चौहान के इस तरह के किसी बयान का उल्लेख हो.
बूम इससे पहले भी इसी तरह का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की फ़र्ज़ी ऑडियो को एडिट कर एमपी चुनाव से जोड़कर वायरल कई वीडियो को फ़ैक्ट चेक कर चुका है. जिन्हें आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
CM शिवराज सिंह चौहान का पुराना वीडियो एडिट कर आगामी चुनाव से जोड़कर फ़र्ज़ी दावे से वायरल