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फैक्ट चेक

ऑपरेशन सिंदूर में सात विमानों का नुकसान कबूलते CDS अनिल चौहान का डीपफेक वीडियो वायरल

बूम ने पाया कि सीडीएस अनिल चौहान के दिल्ली में एक सेमिनार में दिए भाषण से वीडियो को एडिट किया गया है.

By -  Rohit Kumar |

29 July 2025 5:22 PM IST

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें वह कह रहे हैं कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत के सात लड़ाकू विमान गिराए गए थे. वह यह भी कहते दिख रहे हैं कि युद्धविराम की मांग भारत ने की थी.

बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो को डिजिटल रूप से छेड़छाड़ करके बनाया गया है. वायरल वीडियो को सीडीएस अनिल चौहान के 25 जुलाई 2025 को दिल्ली के सुब्रतो पार्क में दी गई स्पीच से एडिट किया गया है. 

यह वायरल वीडियो क्लिप एक बड़े ट्रेंड का हिस्सा है, जिसमें हाल ही में पाकिस्तान के साथ सीमा पर बढ़े तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद फैलाई जा रही गलत सूचनाओं के तहत भारतीय सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा है. इससे पहले हमने विदेश मंत्री एस जयशंकर के तीन राफेल विमानों के नुकसान की बात कबूलने के डीपफेक वीडियो का फैक्ट चेक किया था.

 सोशल मीडिया पर क्या है दावा? 

वायरल वीडियो में अनिल चौहान कह रहे हैं, "यह स्वीकार करना जरूरी है कि भले ही हमने सात भारतीय लड़ाकू विमान खो दिए, लेकिन सिर्फ तीन दिन में हमने दोबारा आसमान में उड़ान भरी और यही हमारी दृढ़ता को दर्शाता है. हमारी तैयारी का स्तर चौबीसों घंटे और साल के 365 दिन होना चाहिए और हमारी हिंदू विचारधारा भी शांति के पक्ष में ही खड़ी है. हमने संघर्षविराम की मांग की थी, लेकिन यह हमारी कमजोरी नहीं थी बल्कि इसलिए था कि हम नहीं चाहते थे कि दक्षिण एशिया युद्ध की आग में झुलसे." 

एक्स पर एक यूजर (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को शेयर करके हुए लिखा, ‘अनिल चौहान अब बता रहे हैं कि हमने 7 विमान खोए और युद्ध विराम भी हमने किया क्योंकि हम साउथ एशिया में शांति बनाए रखना चाहते हैं.’ फेसबुक (आर्काइव लिंक) पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है.

पड़ताल में क्या मिला:

मूल वीडियो में वायरल हो रहा बयान मौजूद नहीं

बूम को रिवर्स इमेज सर्च से विजुअल के साथ कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं. आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के सुब्रतो पार्क में 25 जुलाई 2025 को हुए एक रक्षा सेमिनार में सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कैपस्टोन सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है और इसलिए हमारी सैन्य तैयारी साल के 365 दिन और 24 घंटे बेहद उच्च स्तर पर बनी रहनी चाहिए.

हमें न्यूज एजेंसी एएनआई के यूट्यूब चैनल पर 25 जुलाई 2025 को शेयर किया गया इस कार्यक्रम का पूरा वीडियो मिला जिसमें सीडीएस के भाषण में कहीं भी फाइटर प्लेन के गिराए जाने का जिक्र नहीं था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के यूट्यूब चैनल पर भी इसका एक शॉर्ट वीडियो शेयर किया गया है.

एएनआई के मूल वीडियो में 8.02 के टाइमफ्रेम से अनिल चौहान कहते हैं, "जैसा पहले भी कहा है कि युद्ध में कोई रनरअप नहीं होता. हम ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देंगे जो अभी भी जारी है." यह बयान वायरल वीडियो में भी मौजूद है.

इसके बाद वह आगे कहते हैं, "हमारी तैयारी दिन के 24 घंटे और साल के 365 दिन उच्च स्तर की होनी चाहिए. हम एक ऐसे माहौल में रह रहे हैं जहां सतर्क रहना जरूरी है और केवल 'स्कॉलर वॉरियर' ही घटना और परिस्थिति के सभी बिंदुओं को जोड़ते हुए दूरदृष्टि और रणनीतिक सोच के साथ इस तरह की तैयारी सुनिश्चित कर सकते हैं. दरअसल मैंने आपको कई उदाहरण दिए हैं, शुरुआत में जब मैंने कहा था कि स्कॉलर वॉरियर कोई अकेला एक व्यक्ति नहीं होना चाहिए."

इस हिस्से कुछ अंश वायरल वीडियो में काट-छांटकर एडिट किया गया है.

सात विमान खोने की बात मूल वीडियो में नहीं है

हमने वायरल वीडियो की एएनआई और पीटीआई वाले मूल वीडियो से तुलना की पाया कि कुछ बयान अलग से जोड़े गए हैं जैसे कि-

  • यह स्वीकार करना जरूरी है कि हमने भले ही सात भारतीय लड़ाकू विमान खो दिए हों लेकिन केवल तीन दिनों में ही हमने दोबारा उड़ान भरी और यही हमारी दृढ़ता को दर्शाता है. इसी भावना के तहत यह कहना भी जरूरी है कि हमारी हिंदू विचारधारा शांति की पक्षधर है.
  • हमने संघर्षविराम की मांग की थी, लेकिन यह हमारी कमजोरी के कारण नहीं था बल्कि इसलिए था कि हम नहीं चाहते थे कि दक्षिण एशिया एक युद्ध की आग में झुलसे.

वायरल वीडियो में कुछ बातों का दोहराव

वायरल वीडियो में कुछ बातों को दोहराव है. जैसे - "युद्ध में कोई रनरअप नहीं होता. हम ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देंगे जो अभी भी जारी है." और  "हमारी तैयारी 24 घंटे और साल के 365 दिन बेहद उच्च स्तर पर होनी चाहिए."   

वायरल वीडियो डीपफेक है

वायरल वीडियो में कुछ तकनीकि विसंगतियां भी नजर आतीं हैं, जैसे - ANI का लोगो और अनिल चौहान के बैज (नेम प्लेट) पर उनका नाम क्लियर नहीं दिख रहा है और शब्द टेढ़े-मेढ़े हैं.


इसके अलावा वीडियो में 1:28 के टाइमफ्रेम पर पोडियम का ऊपरी हिस्सा गायब होता दिखाई देता है, जिससे माइक हवा में लटका हुआ नजर आता है. इस तरह की त्रुटियां अक्सर एआई से बनी वीडियो में दिखाई देती हैं.


Full View


भारत सरकार के प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो के फैक्ट चेक विंग ने भी इसे AI-जनरेटेड डीपफेक वीडियो बताया है. 

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सीडीएस का पिछला बयान

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने तीन राफेल सहित कुल छह भारतीय वायुसेना के विमानों को मार गिराया है. इस पर सीडीएस अनिल चौहान ने Bloomberg को दिए इंटरव्यू में कहा था कि भारत ने ऑपरेशन के दौरान कुछ लड़ाकू विमान खो दिए थे. हालांकि उन्होंने पाकिस्तान द्वारा भारत के छह लड़ाकू विमानों को मार गिराने के दावे को बिल्कुल गलत बताया था.

बूम ने इस वायरल वीडियो को Deepfakes Analysis Unit को भी जांच के लिए भेजा है, डिटेक्शन एनालिसिस के रिजल्ट मिलने पर स्टोरी को अपडेट किया जाएगा. 

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