सोशल मीडिया पर लोगों और पुलिस के बीच झड़प का वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. इसमें एक व्यक्ति को ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे आता हुआ और पुलिस को बचाव करते हुए देखा जा सकता है. सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो को वर्तमान में जारी किसान आंदोलन का बताते हुए इस झूठे दावे के साथ शेयर कर रहे हैं कि किसानों ने पुलिस के जवान को ट्रैक्टर से कुचल दिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा झूठा है. वायरल वीडियो अगस्त 2023 का है, जब पंजाब के संगरूर में किसानों और पुलिस के बीच हुई झड़प के दौरान एक प्रदर्शनकारी की ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे आ जाने से मौत हो गई थी.
ग़ौरतलब है कि साल 2021 के लंबे आंदोलन के बाद साल 2024 में फिर से किसान अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. 12 फरवरी को किसानों की केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक हुई थी, जो बेनतीजा रही. 13 फरवरी को किसान दिल्ली कूच करने लगे, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे. पानी की बौछारें चलाईं और रबर की गोलियों का भी इस्तेमाल किया. किसानों और पुलिस के बीच हरियाणा और पंजाब की सीमा में शंभू बॉर्डर पर संघर्ष जारी हो गया.
आज तक की न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, शंभू बॉर्डर पर पुलिस कार्रवाई में 60 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. इसमें किसान और मीडियाकर्मी भी शामिल हैं. इसी सब संदर्भ से जोड़ते हुए झूठे दावे के साथ यह वीडियो वायरल किया जा रहा है.
एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "अन्नदाताओं ने पुलिस वाले को ट्रैक्टर से कुचल दिया, आप लोगो से अनुरोध है कृपया कोई अन्नदाताओं को बदनाम न करे."
फेसबुक पर भी इसी दावे के साथ यह वीडियो वायरल है.
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फैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए दावे से संबंधित कीवर्ड्स के साथ गूगल पर सर्च किया. हमें 21 अगस्त 2023 की आउटलुक की न्यूज रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के हवाले से बताया गया कि चंडीगढ़ में 16 कृषि संगठनों के किसानों के विरोध प्रदर्शन से एक दिन पहले ही नेताओं को हिरासत में लेने पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. इसमें 1 व्यक्ति की मौत और 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
घटना को लेकर हमने अन्य मीडिया रिपोर्ट्स सर्च कीं. 22 अगस्त 2023 की इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया कि बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर पंजाब के संगरूर में 16 किसान संगठनों का चंडीगढ़ में विरोध प्रदर्शन प्रस्तावित था. प्रदर्शन से एक दिन पहले किसान नेताओं की कथित हिरासत को लेकर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई.
रिपोर्ट में संगरूर के एसएसपी सुरेंद्र लांबा के हवाले से बताया गया कि पुलिस ने किसान संगठन के सदस्यों को संगरूर-बरनाला राष्ट्रीय राजमार्ग और बडबर टोल प्लाजा को अवरुद्ध करने से मना किया गया. प्रदर्शनकारी ने ट्रैक्टरों को बैरिकेड्स में घुसा दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, एक प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे आ गया, जिससे उसे गंभीर चोट आ गई. बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
रिपोर्ट में वायरल वीडियो को भी शामिल किया गया है.
हमें घटना के संबंध में संगरूर पुलिस के अधिकारिक एक्स अकाउंट पर भी 21 अगस्त 2023 का पोस्ट मिला. पोस्ट में वीडियो के साथ लिखा गया, लोंगोवाल में आज एक प्रदर्शनकारी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के संबंध में यह स्पष्ट किया गया है कि गवाहों और वीडियो के अनुसार प्रदर्शनकारियों द्वारा लापरवाही से चलाए जा रहे ट्रैक्टर ट्रॉली ने व्यक्ति को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. इसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर भी गंभीर रूप से घायल हो गया.
टाइम्स नाउ नवभारत के यूट्यूब चैनल पर भी इस घटना की वीडियो रिपोर्ट को देखा जा सकता है.
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