सोशल मीडिया पर बिहार की लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान का एक वीडियो वायरल है. इसमें दावा किया जा रहा है कि ईवीएम में वोट चोरी करने के आरोप में पटना में चिराग पासवान को गिरफ्तार किया गया है.
बूम ने जांच में पाया कि यह दावा गलत है. वीडियो फरवरी 2022 का है, पटना में नीतीश सरकार के खिलाफ मार्च निकाल रहे चिराग पासवान को बिहार पुलिस ने हिरासत में लिया था.
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का वोटिंग 6 नवंबर को संपन्न हो चुका है. दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
वायरल वीडियो में एक वॉइस ओवर है, ‘ये देखिए चिराग पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया है, उनके तमाम कार्यकर्ता उनके साथ इस गाड़ी पर जा रहे हैं. अब यहां से उन्हें सचिवालय थाना ले जाया जाएगा. पटना का बेली रोड पूरी तरह से रणक्षेत्र.’
फेसबुक और इंस्टाग्राम (आर्काइव लिंक) पर यह वीडियो इसी दावे से शेयर किया जा रहा है कि ईवीएम में वोट चोरी करने के आरोप में पटना में चिराग पासवान को गिरफ्तार किया गया है.
पड़ताल में क्या मिला:
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए गूगल पर संबंधित कीवर्ड से सर्च किया लेकिन हमें हाल -फिलहाल की चिराग पासवान की गिरफ्तारी से संबंधित कोई भी विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली.
संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें फरवरी 2022 में चिराग पासवान को गिरफ्तार करने की कुछ मीडिया रिपोर्ट मिलीं.
अमर उजाला की 15 फरवरी 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, पटना में लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान नीतीश सरकार के खिलाफ 'बिहार बचाओ यात्रा' मार्च निकाल रहे थे. चिराग पासवान नीतीश सरकार को फेल बताकर बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे, जिस पर पुलिस ने उनको समर्थकों सहित उन्हें में हिरासत में ले लिया.
रिपोर्ट में लिखा गया कि चिराग पासवान के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ता राजभवन की ओर निकले थे, तभी इनकम टैक्स चौराहे के पास पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन कार्यकर्ता अड़ गए. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसके बाद चिराग पासवान के साथ उनके समर्थकों को हिरासत में लेकर सचिवालय पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
रिपोर्ट में पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों के हवाले से बताया गया कि पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेता को बाद में रिहा कर दिया गया.
इस घटना को कई अन्य मीडिया आउटलेट (आजतक, दैनिक जागरण, लाइव सीटिज और ‘बिहार तक’ ) ने इसी जानकारी के साथ कवर किया.
‘बिहार तक’ ने पुलिस के चिराग पासवान को गिरफ्तार करने का वीडियो भी शेयर किया था, इसमें वायरल वीडियो वाले एक विजुअल को भी देखा जा सकता है.
दरअसल तब (फरवरी 2022) बिहार में जेडीयू-एनडीए गठबंंधन की सरकार थी और लोजपा (रामविलास पासवान) का नेतृत्व कर रहे चिराग पासवान एनडीए से बाहर विपक्ष की भूमिका में थे. इसके बाद लोकसभा चुनाव 2024 से पहले चिराग पासवान फिर से एनडीए में शामिल हो गए थे.


