सोशल मीडिया पर एक दिल दहला देने वाला सीसीटीवी फ़ुटेज तेज़ी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक बुज़ुर्ग व्यक्ति को गली में एक बैल बुरी तरह मारता हुआ दिखाई दे रहा है. बैल बुज़ुर्ग व्यक्ति को सड़क पर पटक कर आगे बढ़ जाता है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए कई सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स साम्प्रदायिक दावे कर रहें हैं. बुज़ुर्ग व्यक्ति को मुस्लिम बताकर इस वीडियो को ईद से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. ज्ञात रहे कि ईद-अल-अज़हा 21 जुलाई को मनाई गई थी और उसके बाद से ही ये वीडियो समुदाय विशेष से जोड़कर वायरल किया जा रहा है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन दिया 'और सलीम चच्चा अल्लाह को प्यारे हो गए* *बकरीद पर नंदीजी ने ली कुर्बानी*'.
इसी तरह फ़ेसबुक पर इसे और कई यूज़र्स ने शेयर किया और बिल्कुल यही दावा किया.
ट्विटर पर भी ये वीडियो ऐसे ही दावों के साथ शेयर किया गया है.
इस वायरल वीडियो को ट्विटर पर यहाँ, यहाँ, यहाँ देखें
बैल के इस वायरल वीडियो का सच
हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया तो इस घटना से जुड़ी कुछ खबरें मिलीं.
न्यूज़ रिपोर्ट्स से हमें पता चला कि वीडियो में दिख रहे बुज़ुर्ग व्यक्ति मुस्लिम समुदाय से नहीं थे. अमर उजाला की 13 जुलाई की एक ख़बर के मुताबिक़ 65 साल के बुज़ुर्ग दीपचंद पर बैल ने उस वक्त हमला कर दिया जब वो शाम को अपने घर वापस लौट रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक घटना हरियाणा के पानीपत ज़िले के सोंधापुर गाँव की है.
ETV Bharat की खबर के मुताबिक़ घायल को आनन-फानन में पानीपत के सिविल अस्पताल ले जाया गया था जहां से उन्हें गंभीर हालत के चलते रोहतक पीजीआई अस्पताल में भी भर्ती कराया गया. यहाँ इलाज के दौरान दीपचंद की मौत हो गई.
बूम ने इस घटना और वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिये सौंधापुर पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने हमें बताया कि इस घटना में कोई भी साम्प्रदायिक एंगल नहीं है और न ही मरने वाला व्यक्ति मुस्लिम है. हमसे बात करते हुए सौंधापुर थाने के एक पुलिस कर्मचारी दीपक ने कहा, "मृतक का नाम दीपचंद था और गली से गुजरते वक्त बैल ने उन पर हमला कर दिया था."
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बूम ने घटना के संबंध में और जानकारी जुटाने के लिये सौंधापुर के सरपंच राजेश कुमार से भी बात की. कुमार ने बूम को बताया कि मृत व्यक्ति दीपचंद झीमर जाति से संबंध रखते थे जिन्हें कश्यप या कहार कहा जाता है. "दीपचंद हिंदू थे," सरपंच ने बूम को बताया.