सोशल मीडिया पर रूह कंपा देने वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग मोटरसाइकिल पर पीछे बैठी एक महिला के साथ छेड़खानी करते और उसकी साड़ी खींचते नज़र आ रहे हैं. इस दौरान वे लोग उस महिला को छड़ी से पीटते भी नज़र आ रहे हैं. वीडियो में महिला उन लोगों से रहम की गुहार लगाती हुई नज़र आ रही, लेकिन उनपर इसका कोई असर नहीं होता है.
इस वीडियो को बिहार का बताकर हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर किया गया है. साथ ही इसे मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने और उनके साथ दरिंदगी किए जाने की घटना से जोड़कर भी शेयर किया जा रहा है.
हालांकि, बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो सितंबर 2021 का बिहार के सारण ज़िले का है. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 6 अक्टूबर 2021 तक कुल 6 अभियुक्तों में से 4 अभियुक्त को गिरफ़्तार कर लिया था.
क़रीब 47 सेकेंड के इस वीडियो को ट्विटर पर कई वेरिफ़ाईड अकाउंट से ‘बिहार में जंगलराज की वापसी’ के दावे वाले कैप्शन से शेयर किया गया है.
गौरतलब है कि साल 1990 से 2005 तक बिहार में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के नेतृत्व वाली राजद सरकार में अपराध बढ़ने की वजह से कई पत्रकारों और राजनेताओं ने इसे जंगलराज की संज्ञा दी थी. इसके अलावा 5 अगस्त 1997 को एक याचिका पर सुनवाई के दौरान पटना हाईकोर्ट ने भी टिप्पणी करते हुए कहा था, “'बिहार में सरकार नहीं है. बिहार में जंगलराज कायम हो गया है”. इसलिए वर्तमान में नीतीश कुमार की जदयू और लालू यादव की राजद वाली साझी सरकार होने की वजह से विपक्षी दलों द्वारा इसे फ़िर से जंगलराज कहा जा रहा है.
पत्रकार अनुपम मिश्रा ने अपने वेरिफ़ाईड ट्विटर अकाउंट से वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “ये वीडियो मणिपुर घटना से किस तरह कम परेशान करता है, बिहार में जंगल राज की वापसी”.
विकास सिंह नाम के वेरिफ़ाईड ट्विटर यूज़र ने भी वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन से शेयर किया है. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में लिखा गया है, “बिहार में महिलाओं का हाल। अब इसे जंगल राज नही कहेंगे तो और किसे कहेंगे?”
इसके अलावा कुछ अन्य वेरिफ़ाईड ट्विटर अकाउंट से भी इस वीडियो को शेयर किया गया है, जिसे आप यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगाली तो हमें लाइव हिंदुस्तान की वेबसाइट पर 6 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाले दृश्य फ़ीचर इमेज के रूप में मौजूद थे.
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला सारण(छपरा) ज़िले के दरियापुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणचक के पास का है. जहां एक महिला अपने पुरुष मित्र के साथ बाइक पर आई थी. तभी वहां मौजूद कुछ लोगों ने उसके साथ छेड़खानी की थी. बाद में घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने वीडियो में दिख रहे 6 युवकों पर मामला दर्ज किया था और उसमें से चार को 6 अक्टूबर तक गिरफ़्तार कर लिया था.
रिपोर्ट में सारण जिला प्रशासन के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से 6 अक्टूबर 2021 को ट्वीट किया गया प्रेस रिलीज़ भी मौजूद था. प्रेस रिलीज़ में घटना से जुड़ी सभी जानकारी दी गई थी.
प्रेस रिलीज़ के अनुसार, 5 अक्टूबर 2021 को एक महिला के साथ छेड़खानी करते कई लड़कों का वीडियो वायरल हुआ था. जब वीडियो वायरल होने की सूचना सारण जिले के एसपी को प्राप्त हुई तो उन्होंने तुरंत संज्ञान लेते हुए वीडियो के सत्यापन के लिए एक टीम गठित की. वीडियो में दिख रहा मोटरसाइकिल दरियापुर थाना क्षेत्र का पाया गया था. जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से महिला के साथ छेड़खानी करने वाले 6 लड़को की पहचान की गई थी. इस दौरान यह भी पता चला था कि यह घटना 27 सितंबर 2021 को दरियापुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणचक के पास चंवर में घटी थी.
इस घटना में शामिल अभियुक्तों के नाम 1. गुड्डु राय, 2. आमोद कुमार, 3. राकेश कुमार, 4. धर्मेन्द्र कुमार, 5. अरविन्द कुमार, 6. नीतिश कुमार थे. पुलिस ने दरियापुर थाना क्षेत्र में इन सभी 6 आरोपियों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया और प्रेस रिलीज़ ज़ारी किए जाने तक गुड्डु राय और धर्मेन्द्र कुमार को छोड़कर बाकी सभी आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया था.
प्रेस रिलीज़ में यह भी बताया गया था कि वायरल वीडियों में दिख रही पीड़िता की पहचान नहीं हो पाई है और ना ही पीड़िता या उसके परिजनों द्वारा सारण ज़िले के किसी भी थाने में मामला दर्ज कराया गया है. हालांकि, पुलिस पीड़िता की पहचान में लगी हुई है.
इस दौरान हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट भी 6 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित हुई रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी घटना से जुड़ी वही सब जानकारी दी गई थी, जो ऊपर मौजूद हैं.
रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के हवाले से यह बताया गया था कि 27 सितंबर 2021 को दोपहर क़रीब 3 बजे दरियापुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणचक के पास एक सुनसान सड़क पर एक महिला-पुरुष कुछ अश्लील हरकत करते हुए पकड़े गए थे. जिसके बाद स्थानीय युवकों ने महिला के साथ बदसलूकी करते हुए उसका वीडियो बना लिया था. (हालांकि बूम लाइव इस दावे की पुष्टि नहीं नहीं करता है.)
दैनिक भास्कर की इस रिपोर्ट में बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस और राजद के प्रवक्ता ने अरुण कुमार यादव के ट्वीट का भी ज़िक्र किया गया था. ट्वीट में दोनों ने इस घटना को लेकर बिहार की तत्कालीन जदयू-भाजपा गठबंधन सरकार पर निशाना साधा था.
राजद प्रवक्ता ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा था, “बिहार के जिला छपरा की यह अमानवीय घटना है। बिहार में नीतीश-भाजपा गठबंधन की 15 वर्षों से सरकार है। नीतीश सरकार में यह कोई नई घटनाएं नहीं है, प्रदेश में रोज इस तरह की घटनाओं को बेखौफ अपराधी अंजाम देते हैं। नीतीश सरकार महिलाओं की रक्षा करने में पूरी तरह विफल.. शर्म करो सरकार।”
जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि महिला के साथ छेड़खानी करने का यह वीडियो साल 2021 के सितंबर महीने का है. तब बिहार में नीतीश कुमार की जदयू और भाजपा गठबंधन सत्ता में थी. हालांकि, पिछले साल अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ दूसरी बार गठबंधन तोड़ कर राजद के साथ मिलकर सरकार बना ली.
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