सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए ये दावा किया जा रहा है कि गुजरात के नये मुख्यमंत्री के राज में कानून का डंडा मज़बूती से चल रहा है. वायरल वीडियो में गुजरात पुलिस के लोग बीच सड़क कुछ लोगों को रस्सी से बाँधकर पीटते नज़र आ रहे हैं.
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गुजरात में इस समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार है जहां कुछ दिन पहले ही नये राजनीतिक घटनाक्रम के बीच विजय रूपाणी को हटाकर शीर्ष नेतृत्व ने भूपेन्द्र पटेल को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया है. वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है गुजरात के नये मुख्यमंत्री के आते ही राज्य में क़ानून व्यवस्था टाइट हो गई है और पुलिसकर्मी गैंग्स्टर्स का जीना मुहाल किये हुए हैं.
वीडियो को फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन दिया 'गुजराती सिंघम*गुजरात के नए मुख्यमंत्री बनते ही रूजान आने शुरू विडियो देखे ताजा(भावनगर)'
ट्विटर पर भी ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि गुजरात के नये मुख्यमंत्री के आते ही रुझान आने शुरू हो गये.
फ़ैक्ट-चेक
बूम ने वीडियो की सच्चाई जानने के लिये कुछ कीवर्ड्स सर्च किये तो पाया कि वीडियो पुराना है जिसका वर्तमान मुख्यमंत्री से कोई संबंध नहीं है. गुजरात के एक लोकल पोर्टल My nation की 5 September 2018 की एक रिपोर्ट में इस वीडियो की पूरी जानकारी मौजूद है. रिपोर्ट के मुताबिक़ गुजरात के भावनगर ज़िले के Talaja नाम के क़स्बे में पुलिस ने कुछ स्थानीय गुंडों को पकड़कर सरेआम उनकी पिटाई की.
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खबर के अनुसार पुलिस के अधिकारी गुंडों की पिटाई करने के बाद लोगों के बीच उनकी परेड करवा रहे थे और कह रहे थे कि लोगों को इनसे डरने की ज़रूरत नहीं. लोकल डॉन का नाम Shailesh Dhandhaliya बताया जा रहा है.
बूम ने साल 2018 में भी इसी वीडियो से जुड़ी एक और खबर का फ़ैक्ट चेक किया था. बूम ने इस समय वीडियो में कार्रवाई कर रहे पुलिस अधिकारी दीपक मिश्रा से संपर्क किया था. दीपक उस समय भावनगर क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर थे. दीपक ने बूम को बताया कि उन्होंने शैलेश समेत तीन अपराधियों को पकड़कर उनकी पिटाई की थी.
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उन्होंने कहा कि ये लोग आये दिन इलाक़े में लोगों को परेशान करते थे और लोग इनके डर की वजह से पुलिस के पास शिकायत नहीं करते थे इसलिये इन्हें सरेआम पीटकर पब्लिक के मन से इनका डर निकाला गया था.