सोशल मीडिया पर एक हिंदू मंदिर पर हमले का वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल है. यूजर्स वायरल वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो बांग्लादेश का है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो अगस्त 2021 का है जब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले में एक हिंदू मंदिर पर हमला हुआ था.
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के घर, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और मंदिरों पर हमला किया गया था. हालांकि, उसके कुछ दिनों बाद बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने वहां के अल्पसंख्यकों और उनकी संपत्तियों पर हो रहे हमले की निंदा की थी और इसके लिए माफी मांगी थी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक वेरिफाइड यूजर ने लिखा, 'यह हालत है बांग्लादेश की. समझ जाए और संभल जाए. ऐसे हालात आने वाले समय में भारत में भी होने वाली है. जहां धर्म विशेष की वर्तमान में भारत में भी संख्या ज्यादा है, वहां पर ऐसे हालात पैदा हो गए हैं. सिर्फ वोट की ताकत चाहिए बाकी काम सत्ता संभालने वालों का है. कुछ भाईयो को ये बात बुरी भी लग सकती हैं क्योंकि उनके लिए निजी स्वार्थ जरुरी है.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम को जब गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें कई मीडिया रिपोर्ट मिली, जिसमें इस वीडियो को पाकिस्तान का बताया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग शहर में अगस्त 2021 में हिंदू मंदिर में भीड़ द्वारा तोड़-फोड़ की गई थी.
न्यूज वेबसाइट Navbharattimes.com की रिपोर्ट के मुताबिक, यह हमला 9 साल के हिंदू लड़के को जमानत मिलने के विरोध में किया गया था. हिंदू लड़के ने कथित तौर पर मदरसे में पेशाब कर दिया था, जिसके बाद उसके ऊपर कथित तौर पर ईशनिंदा का आरोप लगा था.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय लोग लड़के को जमानत मिलने से आहत थे, जिसके चलते हिंदू मंदिर में तोड़-फोड़ की गई थी.
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने हिंदू मंदिर पर हमले के आरोप में 38 लोगों को हिरासत में लिया था, जिन्हें बाद में बहावलपुर में आतंकवाद विरोधी अदालत में पेश किया था.
साथ ही पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद ने हिंदू मंदिर की सुरक्षा में विफल रहने पर पंजाब पुलिस को फटकार लगाते हुए सभी दोषियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था.
न्यूज वेबसाइट बीबीसी हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू मंदिर पर हमले के बाद सैकड़ों हिंदुओं ने वह इलाका छोड़ दिया था. उस इलाके में लगभग 80 हिंदू परिवार रहते थे.
इसके अलावा पाकिस्तान नेशनल एसेंबली में हिंदू सांसद और 'पाकिस्तान हिंदू काउंसिल' के संरक्षक रमेश कुमार वांकवानी ने भी 4 अगस्त 2021 ने भी एक्स पर इस वीडियो को पोस्ट करते मंदिर में हुई तोड़-फोड़ पर खेद जताया था.
उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, 'पंजाब के रहीम यार खान जिले के भोंग शहर में हिंदू मंदिर पर हमला किया गया. कल से स्थिति तनावपूर्ण थी. स्थानीय पुलिस की लापरवाही बेहद शर्मनाक है. मुख्य न्यायाधीश से कार्रवाई का अनुरोध किया गया है.' (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)