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फैक्ट चेक

इजरायल के लोगों के मुस्लिमों से माफी मांगने के वीडियो AI जनरेटेड हैं

बूम ने पाया कि इजरायल के लोगों के माफी मांगने के वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से तैयार किए गए हैं. एआई डिटेक्टर टूल ने भी इसकी पुष्टि की.

By -  Rohit Kumar |

19 Jun 2025 6:00 PM IST

ईरान और इजरायल में जारी संघर्ष के बीच सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हैं. पहले वीडियो में कुछ लोगों को मुस्लिमों से माफी मांगते हुए दिखाया गया है. दूसरे में लोग सड़कों पर उतरकर ईरान से माफ कर देने का निवेदन कर रहे हैं. 

बूम ने जांच में पाया कि यह दोनों वीडियो एआई जनरेटेड हैं. एआई डिटेक्टर टूल HIVE Moderation और WasItAI इनके एआई से बने होने की पुष्टि करते हैं.

गौरतलब है कि 13 जून 2025 को इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर एयर स्ट्राइक शुरू की थी. तभी से दोनों देशों के बीच संघर्ष जारी है. 19 जून को ईरान के हमले में इजरायल के बेएर शेवा शहर में स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. इसके जवाब में इजरायल के रक्षा मंत्री ने ईरान के रणनीतिक ठिकानों पर हमले तेज करने की बात कही है.

सोशल मीडिया पर क्या है दावा?

दोनों वीडियो कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हैं. यूजर इन वीडियो को वास्तविक समझते हुए फेसबुक (आर्काइव लिंक) और एक्स (आर्काइव लिंक) पर इस दावे से शेयर कर रहे हैं कि इजरायल की जनता ईरान और मुसलमानों से माफी मांग रही है.

पड़ताल में क्या मिला:

बूम ने दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले इजरायल और ईरान संघर्ष से जुड़ीं मीडिया रिपोर्ट सर्च कीं. हालांकि हमें इस तरह की कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली जो इस दावे की पुष्टि करती हो कि इजरायल के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और ईरान के लोगों या मुसलमानों से माफी मांग रहे हैं.

इन दोनों वीडियो की क्वालिटी काफी खराब है. पिक्सल फटते हुए नजर आते हैं, विजुअल काफी ब्लर हैं और लिप सिंक मैच होता नहीं दिख रहा है. इस सब से वीडियो के एआई जनरेटेड होने का संदेह होता है.  

पहला वीडियो :

हमें रिवर्स इमेज सर्च से  Funkaaaaar नाम के एक टिकटॉक अकाउंट पर 17 जून 2025 को शेयर किया गया यह वीडियो मिला. इस टिकटॉक अकाउंट पर इस तरह के कई अन्य वीडियो भी शेयर किए गए हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बने हुए प्रतीत होते हैं.

हमने इस वीडियो को एआई डिटेक्शन टूल Hive Moderation पर पर चेक किया. इसके मुताबिक वीडियो के एआई से बने होने की संभावना 99 प्रतिशत से अधिक है. एआई डिटेक्शन टूल WasItAI के मुताबिक भी वीडियो एआई जनरेटेड ही है. 



दूसरा वीडियो :

हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा तो पाया कि इसमें Google द्वारा विकसित किया गया गए AI वीडियो जेनरेटर Veo 3 का वाटरमार्क है, जो इसके एआई से बने होने की पुुष्टि करता है. गूगल ने हाल ही में इन AI वीडियो में वाटरमार्क लगाने का फैसला किया है. यह टूल दुनिया के 73 देशों में रोल आउट हो चुका है, लेकिन भारत, चीन सहित कुछ देशों में अभी उपलब्ध नहीं है.

हमने इस वीडियो के कुछ कीफ्रेम को एआई डिटेक्टर टूल Hive Moderation पर WasItAI पर भी चेक किया तो पाया कि यह वीडियो भी एआई जनरेटेड ही है.





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