बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजश्वी यादव (Tejashwi Yadav) की पटना ज़िलाधिकारी से फ़ोन पर बात करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल है. टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) अभ्यर्थियों से घिरे हुए तेजश्वी वीडियो में पटना के ज़िला अधिकारी चंद्रशेखर सिंह से फ़ोन पर बात करते नज़र आ रहे हैं.
वीडियो में देखा जा सकता है कि शुरुआत में ज़िलाधिकारी को ये पता नहीं है कि उनकी बात आरजेडी नेता से हो रही है, इसलिए वो फ़ोन को ज़्यादा से गंभीरता से नहीं लेते. हालांकि जैसे ही यादव उन्हें अपना परिचय देते हैं, ज़िलाधिकारी 'सर-सर' बोलना शुरू कर देते हैं. इस बीच टीईटी अभ्यर्थियों के ठहाकों और नारों से पूरा माहौल गूंज उठता है.
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को बिहार की राजधानी पटना स्थित गर्दनीबाग में टीईटी अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक नियोजन प्रक्रिया को जल्द पूरी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे जब अभ्यर्थियों के ख़िलाफ़ पुलिस ने बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें कई अभ्यर्थियों को चोटें आई हैं. इसके अलावा प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को वहां से हटा दिया गया, जिसके बाद अभ्यर्थियों ने इको पार्क जाकर धरना दिया.
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बुधवार की शाम तेजश्वी यादव इको पार्क पहुंचे थे, यहां उन्होंने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की समस्याएं सुनी. उन्होंने सरकार के आला अफ़सरों से बात करके टीईटी अभ्यर्थियों के लिए गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन करने की इजाज़त मांगी.
इस दौरान तेजश्वी ने पटना के ज़िलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह को फ़ोन किया. नीचे यादव और डीएम में हुई बातचीत के अंश पढ़ें.
फ़ोन उठने पर तेजश्वी यादव जिलाधिकारी से कहते हैं "अरे ये शिक्षक वाले सब लोग आंदोलन कर रहे थे वहां गर्दनी बाग में इन लोगों को कोई परमिशन नहीं मिल रहा धरने के लिए ....वहां तो राइट है न इन लोगों को धरना के लिए."
जिसके जवाब में डीएम कहते हैं, "अच्छा, विभाग से नहीं कोई कोआर्डिनेट कर रहा है?"
फिर तेजश्वी यादव बताते हैं, "नहीं नहीं विभाग से नहीं यहां तो आपके जो अधिकारी होते हैं उनसे इंटिमेट करना पड़ता है न धरना के लिए प्रदर्शन के लिए. अब क्या कहा जा रहा है कि नियम में बदलाव हो गया कि हर दिन का परमिशन मिलेगा, अनिश्चितकाल नहीं मिलेगा?"
इसपर ज़िला अधिकारी चंद्रशेखर सिंह आश्वस्त करते हुए कहते हैं, "अच्छा तो हम चेक करा लेते हैं. ये लोग कब का चाह रहा है?"
इसके बाद तेजश्वी यादव पूरा मामले से अवगत कराते हुए कहते हैं, "नहीं नहीं, यहां सब अभ्यर्थी ....लाठीचार्ज हुआ होगा आपकी जानकारी में होगा ही. अभी भी वहां लाठीचार्ज हो रहा है. कल रात गर्दनीबाग स्टेडियम में सब लोग था. खाने का पीने का जो सामान था इन लोगों का उठाकर फेंक दिया गया..कुछ लोग यहां इको पार्क में आये हैं और कुछ लोग इधर-उधर हैं. इन लोगों का खाली यही है कि एक जगह चाहते हैं...बैठकर कम से कम जो डेमोक्रेटिक राइट है वहां धरना दें. इसलिए हम व्हाट्सएप करा देते हैं इन लोगों का एप्लीकेशन...आप अलाऊ कीजिये. हम लोग तो यहीं खड़े हैं इको पार्क में."
इसपर जिलाधिकारी कहते हैं कि, "अच्छा हम देख लेते हैं...भेज देते हैं ..दिखवा लेते हैं." उत्सुकतावश तेजश्वी पूछते हैं कि, "नहीं नहीं...कब तक बताइयेगा आप?"
यहां पर डीएम थोड़ा खीजते हुए कहते हैं, "अरे आप भेजिये ना पहले. अभी कब तक हो जायेगा. अब का हिसाब लेंगे हमसे." इसके जवाब में यादव बोलते हैं कि, "हम आपको भेज देते हैं...."
उनकी बात पूरी होने से पहले ही डीएम बोल पड़ते हैं कि, "अभी भेजे नहीं कि हिसाब ले रहे हैं कि कब तक बताइयेगा"
तभी पीछे से तेजश्वी से कोई कहता है कि बता दीजिये कि आप कौन बोल रहे हैं. इसके बाद आरजेडी नेता बोलते हैं कि "हम तेजश्वी यादव बोल रहे हैं डीएम साहब."
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आरजेडी नेता के परिचय देने के बाद कुछ पलों की शांति के बाद डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा, ''अच्छा, सर-सर". इसपर टीईटी अभ्यर्थी ठहाके लगाकर तालियां बजाने लगते हैं. डीएम तुरंत सर कहते हुए आश्वासन देते हैं कि आप डॉक्यूमेंट्स भेज दीजिए, हम जरूरी कार्यवाही करेंगे.
इस मामले में तेजस्वी यादव के दख़ल देने के बाद टीईटी अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग में प्रदर्शन करने की इजाज़त दे दी जाती है. तेजस्वी ने बाद में ट्वीट करके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बेरोज़गारी के सवाल पर निशाना भी साधा.
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