उत्तराखंड (Uttarakhand) के वर्तमान मुख्यमंत्री (chief minister) तीरथ सिंह ने अपना इस्तीफा (resignation) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दिया है. उन्होंने संवैधानिक कारणों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का फ़ैसला किया है. 30 जून को ही पार्टी हाईकमान के साथ बैठक थी. तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) पिछले तीन दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए हैं और इस दौरान उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दो बार मुलाकात की है.
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उत्तराखंड में चार महीने में दूसरी बार मुख्यमंत्री बदला जाएगा. अगले साल जनवरी में विधानसभा चुनाव का ऐलान होगा. विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले उप-चुनाव नहीं कराया जाएगा. इसलिए रावत का इस्तीफा बड़ी वजह बन रही है. तीरथ सिंह रावत 10 मार्च 2021 को मुख्यमंत्री बनाए गए थे. 10 सितंबर तक तीरथ रावत राज्य के मुख्यमंत्री रह सकते हैं. सीएम पद पर रहने के दौरान तीरथ सिंह रावत कई बार अपने बयानों के चलते विवादों में भी रहे हैं. हरिद्वार में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कुंभ का आयोजन करवाने के फ़ैसले पर भी उनकी कड़ी आलोचना हुई थी. बाद में उन्हें कुंभ के बीच में ही रोकना पड़ा था.
एनडीटीवी की ख़बर के मुताबिक़ तीरथ सिंह रावत ने कहा कि ये चुनाव आयोग का फ़ैसला है और संविधान के हिसाब से जो सही होगा वही किया जायेगा