HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
रोज़मर्रा

टीकाकरण 2.0: 60 वर्ष अधिक आयु वाला समूह होगा प्राथमिकता

इनके अलावा 45 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले ऐसे लोग जिन्हें कोई बिमारी है या विभिन्न बीमारियां हैं, को टीका लगाया जाएगा.

By - Saket Tiwari | 28 Feb 2021 3:59 PM GMT

कल यानी 1 मार्च 2021 से भारत में कोविड-19 (COVID-19) टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू होगा. सरकार ने इस चरण में 10 करोड़ लोगों को टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है. इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लोग एवं 45 वर्ष या इससे अधिक आयु वाले ऐसे लोग जो बीमार हैं या पिछले एक साल में बीमार रहे हैं, को सम्मिलित किया जाएगा. केंद्र के मुताबिक़ इस तरह के करीब 27 करोड़ लोग हैं.

सरकार ने 45-59 वर्ष के आयु वाले लोगों के लिए 20 तरह की बिमारी या बीमारियों की पहचान कर एक सूची बनाई है. इन बीमारियों से ग्रसित लोगों को टीका दिया जाएगा. हालांकि इसके लिए कोविन वेबसाइट या कोविन 2.0 एप्लीकेशन पर वैद्य पंजीकरण करना अनिवार्य है.

बिमारियों की सूची में जन्मजात ह्रदय रोग (congenital heart disease) जिससे कई अन्य बीमारियां होती है जैसे आर्टेरिअल हाइपरटेंशन, आखिरी स्टेज की किडनी से सम्बंधित बीमारी, लिंफोमा (Lymphoma), ल्यूकेमिया (Leukemia), मीलोमा जैसे कैंसर, विघटित लिवर सिरोसिस (जिसमें लिवर सिकुड़ने लगता है) (degenerating liver cirrhosis), प्रतिरोधक क्षमता में आधारभूत कमी और सिकल सेल अनेमिया (sickle cell anemia) शामिल हैं.

कोविड-19 टीकाकरण: कैसा रहा देश में पहला दिन?

इसके अलावा वे लोग जो पिछले साल में कार्डियक ट्रांसप्लांट (cardiac transplant) से गुज़रे हैं या लेफ्ट वेंट्रिकुलर चैम्बर में सहायता उपकरण पर निर्भर हैं, भी इस चरण में टीकाकरण करवा सकते हैं. हाइपरटेंशन (hypertension) और डायबिटीज (diabetes) (सामान्य भाषा में मधुमेह या शुगर) से पीड़ित लोग भी इस चरण में टीकाकरण करवाने के लिए योग्य होंगे. सामान्य तौर पर वे लोग जिन्हें ह्रदय, किडनी और लिवर से सम्बंधित कोई गंभीर बीमारी है, इस चरण में टीकाकरण करवाने के योग्य होंगे. पूरी जानकारी यहां पढ़ें.

भारत के पूरे देश में फ़्रंटलाइन वर्कर्स के साथ टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 को की थी. बूम ने इस ड्राइव को ग्राउंड ज़ीरो से कवर किया था. यहांयहां और यहां देखें. पहले चरण में, जो 16 जनवरी को शुरू हुआ था, शनिवार तक 14,242,547 डोसेज लगाए जा चुके हैं.

कैसे करें रजिस्ट्रेशन?

पहले चरण के सामान ही इसका पंजीकरण भी कोविन पोर्टल पर होगा. इसमें तीन तरह से पंजीकरण करवाया जा सकता है. खुद किया जा सकता है, ऑनसाइट यानी केंद्र पर जाकर करवाया जा सकता है और एक साथ पंजीकरण की सुविधा के द्वारा किया जा सकता है.

पंजीकरण के चरण:

  • पंजीकरण www.cowin.gov.in वेबसाइट पर किया जा सकेगा.
  • एक वैद्य मोबाइल नंबर डाल ओ.टी.पी पर क्लिक करें.
  • मोबाइल पर मैसेज द्वारा प्राप्त ओ.टी.पी को वेबसाइट पर डालें और खुदको सत्यापित करें.
  • इसके बाद 'टीकाकरण का पंजीकरण' पेज आएगा.
  • इसपर बताए गए अनुदेश के हिसाब से जानकारियां भरें.
  • एक फ़ोटो पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, मनरेगा कार्ड, वोटर पहचान पत्र, फ़ोटो पासबुक, पैन कार्ड आदि इस्तेमाल किया जा सकते हैं. (इनमें से कोई एक)

जो व्यक्ति सूची में सम्मिलित बीमारी का दावा कर रहा है, उसके लिए आवश्यक है कि किसी मेडिकल प्रैक्टिशनर से एक सर्टिफ़िकेट प्राप्त करे. इस प्रमाणपत्र में उसकी स्वास्थ सम्बन्धी सारी जानकारी हो और साफ़ तौर पर बताया गया हो कि क्यों वह कोविड-19 के लिए अधिक संवेदनशील है. यहां पढ़ें.


क्या 45-59 वर्ष के ब्रैकेट में आने वाले अपंग भी टीका करवाने के लिए योग्य हैं?

हाँ. अंधापन, बहरापन आदि के साथ साथ मानसिक तौर पर असमर्थ लोग एवं वे लोग जिन्हें उच्च स्तरीय सहायता की ज़रूरत है, इस चरण में टीका करवाने के लिए योग्य हैं. इसके अलावा एसिड हमले से पीड़ित और मांसपेशियों में जकड़न सम्बन्धी बिमारी से पीड़ित लोग भी इस चरण में टीका लगवा सकते हैं.

Related Stories