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फ़ैक्ट चेक

मोमो चैलेंज: ऑनलाइन आत्महत्या खेल या मीडिया अफवाह?

स्थानीय भारतीय समाचार पत्रों द्वारा अव्यवहार्य रिपोर्टिंग और आत्महत्या में किसी भी तरह का फॉलो-अप न होने से भारत में अफवाह जीवित है

By - Nivedita Niranjankumar | 14 Sep 2018 11:22 AM GMT

  सतही पत्रकारिता और मानसिक उन्माद के कारण ऐसा प्रतीत होता है कि ऑनलाइन आत्महत्या खेल कहे जाने वाला 'मोमो चैलेज' एक अतिरंजित अफवाह है, जैसा कि इंटरनेट घटनाओं पर बूम द्वारा किए गए एक जांच से पता चलता है।   बूम राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और ओडिशा में स्थानीय पुलिस के पास पहुंची जहां जुलाई-सितंबर के दौरान समाचार रिपोर्टों ने पांच अलग-अलग आत्महत्याओं के का संबंध इस खेल से जुड़े होने का अनुमान लगाया था।   सभी पांच मामलों में, पुलिस अधिकारियों ने इस बात से इंकार किया है कि आत्महत्या के लिए एक ऑनलाइन गेम जिम्मेदार था। स्थानीय भारतीय समाचार पत्रों द्वारा अव्यवहार्य रिपोर्टिंग होना और आत्महत्या में किसी भी तरह का फॉलो-अप न होने से भारत में यह अफवाह जीवित है।   इस साल अगस्त के बाद से, समाचार रिपोर्टों ने ‘मोमो चैलंज’ को ब्लू व्हेल से ज्यादा गंभीर और घातक गेम बताया था। हम बता दें कि ब्लू व्हेल चैलेंज को ऑनलाइन आत्महत्या खेल बताया जा रहा था जो रहस्यमय तरीके से कुख्यात हो गया और 2017 में गायब हो गया था।   समाचार लेखों ने गेम की प्रक्रिया को कुछ ऐसे बताया। व्हाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर (मोमो) संदेश किशोरों को एक खेल खेलने के लिए कहता है। फिर किशोरों को विभिन्न आत्म-हानि चुनौतियों को पूरा करने में मजबूर किया जाता है जो आत्महत्या करने पर खत्म होते हैं। जो विरोध करते हैं उन पर हिंसक तस्वीरे और ऑडियो संदेशों की बारिश की जाती है।   एक जापानी डरावनी फिल्म से एक चरित्र की तरह दिखने वाली आंखों और एक डरावनी मुस्कुराहट वाली लड़की की एक अजीब फोटो  इस खेल का चेहरा बन गई है। लेकिन वास्तव में यह तस्वीर एक जापानी स्पेशल एफेक्ट कंपनी - लिंक फैक्ट्री द्वारा 2016 में बनाई गई
'द मदर बर्ड'
नामक मूर्ति की एक क्रॉप की गई तस्वीर है। लिंक फैक्ट्री ने अपने फेसबुक पेज पर भेजे गए ईमेल और संदेशों का जवाब नहीं दिया। इस बात का कोई साक्ष्य नहीं है कि यह स्टूडियो तथाकथित खेल से जुड़ा हुआ है।   भारतीय समाचार आउटलेट निष्कर्ष पर कूदे
  जुलाई में अर्जेंटीना में 12 वर्षीय लड़की की आत्महत्या के बाद 'मोमो चैलेंज' ने भारतीय मीडिया के कोष में प्रदेश किया। समाचार रिपोर्टों में कहा गया है कि 'मोमो चैलेंज' नामक एक ऑनलाइन गेम के कारण किसी युवा द्वारा आत्महत्या का यह पहला मामला ( वैश्विक स्तर ) था। हालांकि, स्थानीय
स्पैनिश समाचार रिपोर्टों
पर ध्यान से नजर डालें तो पता चलता है कि पुलिस उस लड़की के मृत्यु के कारण में संभावित यौन दुर्व्यवहार की जांच भी कर रही थी। यह विवरण भारतीय समाचार रिपोर्टों से चूक गया।   कवरेज ने शृंखला अभिक्रिया ट्रिगर किया भारतीय मीडिया में आने वाली कहानियों ने गेम को लोकप्रिय बनाने में मदद की। इसके बाज व्हाट्सएप संदेश, अफवाह भरे संदेश और आखिरकार मानसिक उन्माद का लाभ उठाने के लिए स्कैमर द्वारा प्रयास ने इसे और लोकप्रिय बनाया।  
Screenshot of a WhatsApp message warning about the Momo Challenge  
मीडिया कवरेज आधिकारिक परामर्शों को प्रेरित किया
  भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 27 अगस्त माता-पिताओं को सतर्क रहने की चेतावनी दी।   मुंबई, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, ओडिशा में पुलिस विभागों ने सोशल मीडिया पर संदेश को मजाकिया  रुप में साझा किया।  
    बिगड़ता मोमो  अजमेर, राजस्थान   अगस्त के मध्य में, समाचार रिपोर्टों में कहा गया है कि राजस्थान के अजमेर में पुलिस, कक्षा 10 के छात्र की मौत में ऑनलाइन गेम की भूमिका की जांच कर रही थी, जिसने अपनी कलाई काटने के बाद खुद को लटका दिया था।   अजमेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी), राजेश सिंह ने बूम को बताया कि, "लड़की ने जुलाई में आत्महत्या की और इसके बाद मीडिया रिपोर्टों ने बताया शुरु कर दिया कि लड़की ने एक खेल के कारण खुद को मार डाला है।"   " इसके बाद हमें लड़की के माता-पिता से उनकी बेटी की आत्महत्या के कारण के रूप में खेल को दोषी ठहराते हुए शिकायत मिली।"   "हमने उसके दोस्तों से बात की और उन्होंने हमें बताया कि उसने हाल ही में आयोजित परीक्षा में खराब प्रदर्शन किया था और इसके कारण बहुत परेशान थी। वह बहुत डर गई थी कि उसके माता-पिता कैसे प्रतिक्रिया देंगे और इसलिए उसने खुद की जान ले ली। उसने एक आत्महत्या नोट में भी लिखा था। "  
दार्जिलिंग
, पश्चिम बंगाल 20 अगस्त 2018  दार्जिलिंग, कुर्सियांग के 18 वर्षीय मनीष सर्की की आत्महत्या और एक दिन बाद उसी क्षेत्र की 26 वर्षीय अदिति गोयल की आत्महत्या पर भी व्हाट्सएप पर मोमो गेम खेलने से होने का संदेह था।   लेकिन कुर्सियांग के सब-डिवीजनल पुलिस ऑफिसर (एसडीपीओ), पिनाकी दत्ता ने बूम को बताया कि वे दोनों आत्महत्याएं जुड़े नहीं थे, पुलिस को मीडिया रिपोर्टों के बाद कनेक्शन की तलाश करने के लिए मजबूर होना पड़ा।   दत्ता ने समझाया कि, "जब आत्महत्या की सूचना मिली, तो स्थानीय मीडिया को छोड़कर कोई भी कहानी में रूचि नहीं रखता था। लेकिन अचानक हमें फोने आने शुरू हो गए कि यह मोमो चैलेंज नामक किसी चीज की वजह से था। हमने पहले से ही उनके फोन को विश्लेषण के लिए भेजा था और किसी भी ऑनलाइन गेम या मोमो चैलेंज से जुड़ा कुछ नहीं मिला था।"   दत्ता ने कहा कि अफवाहें शुरू हो सकतीं क्योंकि युवा सर्की खलिहान में पाया गया था और वहां दिवारों पर "इलुमिनेटी" शब्द लिखे थे।   "नौजवान रैप संगीत का एक बड़ा प्रशंसक था और वह अपने घर से गायब हो गया था। हम अनुमान लगा रहे हैं कि शब्द एक संगीत संदर्भ हैं या उनकी मृत्यु से पहले मौजूद हैं और सटीक कारण की जांच कर रहे हैं। "   युवा महिला (अदिति गोयल) के मामले में पुलिस ने पाया गया कि वह लंबे समय से डिप्रेशन में थी, जैसा कि  , दार्जिलिंग के एसपी अखिलेश चतुर्वेदी ने बूम को बताया है।  
चेन्नई
, तमिलनाडु   22 अगस्त को 20 वर्षीय चेतन राव चेन्नई के एक सरकारी अस्पताल की छत से कूद गए थे। ओडिशा के रहने वाले राव घटना से एक दिन पहले चेन्नई आए थे और रेलवे स्टेशन पर रहे थे। हालांकि, टाइम्स ऑफ इंडिया समेत चेन्नई के अख़बारों ने राव की मौत को मोमो चैलेंच से नहीं जोड़ा था, स्थानीय ओडिशा समाचार पत्रों ने दोनो घटनाओं को जोड़ कर बताया। भुवनेश्वर से प्रकाशित उड़ीसापोस्ट ने बताया, "22 अगस्त को लड़के की मृत्यु हो गई, पुलिस ने स्पष्ट किया कि युवा ने शनिवार को ऑनलाइन गेम के बाद चरम कदम उठाया।"   लेकिन जब बूम ने चेन्नई पुलिस से संपर्क किया तो उन्होंने मृतक के फोन में ऑनलाइन गेम के किसी भी तरह के लिंक मिलने से इनकार कर दिया।   फ्लॉवर बाजार क्षेत्र के एसीपी एस लक्ष्मणन ने कहा, "उनके फोन में हमने पिछले दिन से 'आत्महत्या कैसे करें' के लिए खोज पाई। हमें ओडिशा से चेन्नई के लिए ट्रेन टिकट भी मिला, जिसमें पता चला कि वह घटना से एक दिन पहले शहर पहुंचा था"।   लक्ष्मण ने कहा कि पुलिस ने उस लड़के के माता-पिता से भी सवाल किया जिन्होंने किसी भी ऑनलाइन गेम के बारे में बात नहीं की है।  
कटक
, ओडिशा     कथित रूप से मोमो चैलेंज से जुड़ी आत्महत्या का नवीनतम मामला ओडिशा से है, जिसमें कटक जिले के महांगा से 25 वर्षीय उमाकांत बेहरा ने 4 सितंबर को अपना जीवन समाप्त कर लिया था। हालांकि. उन्होंने किसी तरह का आत्महत्या नोट नहीं छोड़ा था, बेहरा के माता-पिता ने मृत्यु में एक ऑनलाइन गेम की भूमिका का आरोप लगाते हुए महांगा पुलिस को शिकायत दर्ज की थी।   कटक (ग्रामीण) के एसपी, मधब चंद्र साहू ने बूम को बताया, "माता-पिता ने शिकायत दर्ज की है और हम अभी भी अपने फोन का विश्लेषण कर रहे हैं लेकिन पहली नजर में ऐसा लगता नहीं है कि उनकी आत्महत्या में किसी भी खेल की कोई भागीदारी नहीं है।"        

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