फैक्ट चेक

बिल्डिंग गिरने का वायरल वीडियो डोंगरी में ढह गयी ईमारत का नहीं है बल्कि छह साल पुराना है

बूम ने मुंबई पुलिस के पीआरओ मंजूनाथ सिंगे से बात की, जिन्होंने पुष्टि की कि प्रसारित होने वाला वीडियो नकली था

By - Anmol Alphonso | 26 July 2019 6:48 PM IST

Fake-Mumbai-Buidling-Collapse-Video

मुंबई में एक गिरती हुई इमारत को वीडियो में कैद करने वाला नाटकीय फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस क्लिप के साथ दावा किया जा रहा यह फुटेज मंगलवार को डोंगरी में हुई त्रासदी का है। यह दावा ग़लत है एवं वीडियो छह साल पुराना है। व्हाट्सएप और फ़ेसबुक पर 30 सेकंड की वायरल क्लिप के साथ कैप्शन दिया गया है जिसमें लिखा है,"डोंगरी बिल्डिंग गिरने का लाइव वीडियो।"

दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके में मंगलवार सुबह ध्वस्त हो गई बहुमंजिला इमारत के मद्देनजर इस फ़र्ज़ी क्लिप को सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है। मंगलवार की घटना में कम से कम 13 लोगों की मारे जाने की ख़बर है। मलबे के नीचे करीब 40 से 50 लोगों के फंसे होने का अनुमान था। ( यहां पढ़ें )

Received on Boom helpline, screenshot.
(व्हाट्सएप संदेश )

बूम को अपने व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर (7700906111) पर यह वीडियो प्राप्त हुआ है जिसके साथ इसकी सत्यता के बारे में पूछा गया है। हमने फ़ेसबुक पर उसी कैप्शन के साथ खोज की और पाया कि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुआ था।

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( फ़ेसबुक पर वायरल हुआ पुराना वीडियो )
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( फ़ेसबुक पर वायरल हुआ पुराना वीडियो )

फ़ैक्ट चेक

हमने यूट्यूब पर "जेजे बिल्डिंग लाइव" कीवर्ड के साथ खोज की और 2017 में अपलोड किया गया समान वीडियो पाया।

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( जेजे बिल्डिंग शब्दों के साथ वायरल वीडियो )

इसके अलावा वायरल वीडियो से स्क्रीनशॉट की रिवर्स इमेज सर्च करते हुए हमें 21 सितंबर, 2013 का एनडीटीवी का लेख मिला जिसके हैडलाइन का हिंदी अनुवाद है, "कैमरे पर कैद: ठाणे में चार मंजिला इमारत गिरी।" इस लेख में यही वायरल वीडियो शामिल किया गया था।

( घटना पर एनडीटीवी वीडियो )

रिपोर्ट के अनुसार, 21 सितंबर, 2013 को महाराष्ट्र के मुंब्रा में लगभग 42 परिवारों की बानो अपार्टमेंट हाउसिंग नामक एक चार मंजिला आवासीय इमारत ढह गई थी। 23 सितंबर 2013 को मुंबई मिरर ने बताया कि मलबे से तीन शव बरामद किए गए और एक पीड़ित को निकाला गया।

( घटना पर मुंबई मिरर लेख )

मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, मुंब्रा पुलिस ने इस मामले में मोहम्मद अकिल शेख़ (63) और उनके बेटे शकील शेख़ (41) नाम के दो बिल्डरों को गिरफ़्तार किया गया था। बूम ने मुंबई पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) मंजूनाथ सिंगे से बात की, जिन्होंने पुष्टि की कि प्रसारित वीडियो भ्रामक था| लोकसत्ता लाइव नाम के मराठी समाचार आउटलेट ने सितंबर 2013 में घटना पर रिपोर्टिंग करते हुए समान वीडियो अपलोड किया था।

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बूम रिपोर्ट्स

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